आंवला नवमी का पावन पर्व क्षेत्र में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर लोगों ने परिवार और मित्रों के साथ पिकनिक का आनंद लिया और विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लिया। महिलाओं ने आंवला वृक्ष की पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना की।धार्मिक मान्यता के अनुसार, आंवला नवमी के दिन आंवला वृक्ष की पूजा करने से परिवार में सुख-शांति और स्वास्थ्य का वास होता है।
लोग इस दिन विशेष रूप से आंवला वृक्ष के नीचे बैठकर भोजन करते हैं और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी ने मिलकर इस पर्व का आनंद उठाया। इस दिन कई स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया गया, जिससे पूरे क्षेत्र में भक्ति और उमंग का माहौल बना रहा।
माहेश्वरी महिलाओं ने मनाया आंवला नवमी
माहेश्वरी मंडलकी सखियों ने गोपाष्टमी एव आंवला नवमी मनाई। गाय की पूजा कर गुड़ खिलाया। गौशाला में चारा दिया। आज के दिन श्रीकृष्ण भगवान ने गायों की पूजा कर वन में गाय चराने की शुरुआत की। आंवला नवमी को सभी ने आंवले के वृक्षकी पूजा कर परिक्रमा लगाकर अक्षय आशीार्वाद मांगा। दान दिया। प्रकृति का वरदान है आंवला।
औषधीय गुणों से युक्त इसे अमृतफल कहा जाता है। ऐसे छोटे पर्व मनाने से परिवार में बच्चों में आस्था का निर्माण होता है। कार्यक्रम में विनीता, सुधा, कुसुम, किरण, सरिता ममता, पूजा, नीता, पूनम, सौम्या, अंजना, नीलम, सरोज, चारू, मीना, शीला, सभी सखियों ने पूजा की। आवला नवमी सभी को शुभ एव स्वास्थ्य वर्धक सिद्ध हो, यही कामना की।
परशुराम महिला ब्राह्मण कल्याण समिति द्वारा आंवला नवमी का कार्यक्रम कंपनी गार्डन में हर्षोल्लास के साथ संपन्न
परशुराम महिला ब्राह्मण कल्याण समिति द्वारा कंपनी गार्डन में आंवला नवमी का पर्व बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में महिलाओं ने आंवला के पेड़ की विधिवत पूजा-अर्चना की और फेरी लेकर अपने परिवार के सुख-सौभाग्य और अमर सुहाग की कामना करते हुए भगवान विष्णु से प्रार्थना की। पूजा-अर्चना के बाद सभी महिलाओं ने मिलकर प्रसाद और भोजन का आनंद लिया।
साथ ही, सुहाग सामग्री का दान कर ईश्वर से अपने वैवाहिक जीवन में स्थायित्व और खुशहाली की प्रार्थना की। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं एकत्रित हुईं, जिनमें संस्थापिका राज्यश्री मिश्रा और अध्यक्ष रेखा पाण्डेय सहित शोभा मिश्रा, रश्मि शुक्ला, रीता तिवारी, सुलेखा शर्मा, प्रतिभा शर्मा, कृष्णा पाण्डेय, कृष्णा दुबे, उमा त्रिपाठी, उमा शर्मा आदि प्रमुख रूप से शामिल रहीं।यह आयोजन महिला सदस्यों के बीच एकता, भक्ति और समर्पण का प्रतीक बना, जहां सभी ने मिलकर परंपराओं का पालन करते हुए सामाजिक सौहाद्र्र और धर्म का संदेश दिया।
प्रकृति के प्रति आभार का यादगार पर्व है आंवला नवमी
शिवजी को बेल पत्र प्रिय है और विष्णुजी को तुलसी, लेकिन लक्ष्मी जी को इन दोनों के गुणों से भरपूर आंवला प्रिय है। प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा में आंवला नवमी के आध्यात्मिक रहस्य पर चर्चा करते बीके मंजू ने यह बातें कहीं। आगे कहा कि विज्ञान भी स्वीकार करता है कि पेड़ पौधे हमारे संकल्पों को ग्रहण करते हैं।
जो हम प्रकृति को देते हैं उसे प्रकृति अवश्य लौटाती है। श्रेष्ठ संकल्पों का दान ही सबसे श्रेष्ठ दान है। आंवले में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है जो प्रसंस्करण के बाद भी नष्ट नहीं होता इसलिए किसी भी रूप मे आंवले का सेवन स्वास्थ्य को लाभ अवश्य देता है। मंजू दीदी ने स्पष्ट किया कि परमात्मा से प्राप्ति का आधार निश्चय है।
हर कार्य में परमात्मा के साथ का निश्चय कार्य मे सफलता अवश्य दिलाता है। अगर सफलता में कमी है तो इसका कारण निश्चय में कमी हो सकता है। इस संगमयुग मे ही परमात्मा के साथ का अनुभव होता है इसलिए इस समय को पहचान व्यर्थ के टकराहट मे समय नष्ट नहीं करना चाहिए।
कान्यकुब्ज ब्राह्मण विकास मंच द्वारा आंवला नवमी पर महाआरती, आंवला पूजन और वन भोज का आयोजन
कान्यकुब्ज ब्राह्मण विकास मंच छत्तीसगढ़ द्वारा लोखंडी स्थित नवनिर्मित आशीर्वाद भवन में आंवला नवमी के पावन अवसर पर भगवान श्री परशुराम जी की महाआरती, आंवला पूजन, संगीतमय भजन और वन भोज का भव्य आयोजन किया गया। मंच के प्रदेश संगठन सचिव सुदेश दुबे ने बताया कि यह आयोजन प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है और इसे श्रद्धालुओं द्वारा भक्ति एवं उल्लास के साथ मनाया जाता है।
इस कार्यक्रम की शुरुआत भगवान श्री परशुराम, आदिशंकराचार्य और गोस्वामी तुलसीदास जी की महाआरती के साथ हुई, जिसमें उपस्थित सदस्यों ने भक्तिपूर्ण वातावरण में आरती की। समाज की महिलाओं ने श्रद्धा के साथ आंवला वृक्ष का पूजन किया। इसके बाद बीनू तिवारी भजन मंडल द्वारा संगीतमय भजनों की प्रस्तुति दी गई, जिसे सभी उपस्थित सदस्यों ने सराहा।
कार्यक्रम का समापन वन भोज के साथ हुआ, जिसमें सभी ने भोजन का आनंद लिया।इस अवसर पर मंच के प्रमुख सदस्यों में संरक्षक गोपाल तिवारी, प्रदेशाध्यक्ष बी.के. पांडेय, उपाध्यक्ष आदित्य त्रिपाठी, बसंत बाजपेयी, संतोष मिश्रा, सचिव राजेश पांडेय, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी कांत दीक्षित, महेश तिवारी, करूणा शंकर अवस्थी, अधिवक्ता गोविन्द तिवारी, मासिक पत्रिका बह्म आलोक प्रभारी रामशंकर शुक्ल और कई अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।
युवा प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष अमित तिवारी, उपाध्यक्ष शास्वत तिवारी, दिशा अवस्थी, शैल अवस्थी और अनेक महिला सदस्यों ने भी भाग लिया।कार्यक्रम का संचालन संयोजक सुरेन्द्र तिवारी एवं शास्वत तिवारी ने किया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में समाज के सदस्य शामिल हुए और इस पर्व को श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक एकता के साथ मनाया।
जूना बिलासपुर बनियापारा की महिलाओं ने आंवला नवमी पर विवेकानंद गार्डन में किया आंवला पूजन
जूना बिलासपुर बनियापारा की सभी महिलाओं ने आंवला नवमी के पावन अवसर पर विवेकानंद गार्डन और कंपनी गार्डन में एकत्र होकर श्रद्धा और उल्लास के साथ आंवला पूजन किया। इस अवसर पर महिलाओं ने आंवला वृक्ष की पूजा कर सुख-समृद्धि और परिवार के कल्याण की कामना की। पूजन कार्यक्रम में महिलाओं ने भक्ति भाव से पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन करते हुए आंवला नवमी का पर्व मनाया। इस अवसर पर सभी ने एक साथ मिलकर पूजा-अर्चना की और भजन-कीर्तन में भाग लिया, जिससे पूरे माहौल में भक्तिमय और आनंदमयी वातावरण बना रहा।
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