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संभागायुक्त महादेव कावरे ने शुक्रवार को बिलासपुर, मुंगेली और जांजगीर-चांपा जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर शासकीय योजनाओं की जमीनी हकीकत का जायजा लिया। इस दौरान कई अनियमितताएँ सामने आईं, जिस पर उन्होंने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
धान खरीदी में गड़बड़ी, प्रभारी पर गिरी गाज
मुंगेली जिले के चंदखुरी धान खरीदी केंद्र में तौल में गड़बड़ी पाई गई। कमिश्नर ने अपने सामने 40 किलोग्राम के बोरे का वजन तौलवाया, जो 41.33 किलोग्राम निकला। इस पर उन्होंने खरीदी प्रभारी भुवनेश्वर साहू को तत्काल हटाने और निलंबित करने का आदेश दिया। साथ ही सहायक पंजीयक सहकारिता को पत्र लिखकर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा।
आंगनबाड़ी में बच्चे अनुपस्थित, सुपरवाइजर निलंबित
जांजगीर-चांपा जिले के अमरताल गांव में निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र में एक भी बच्चा उपस्थित नहीं पाया गया। इस लापरवाही पर महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर अनिता साहू को निलंबित कर दिया गया।
निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण और स्कूलों का निरीक्षण
कमिश्नर ने निर्वाचन नामावली के संक्षिप्त पुनरीक्षण की प्रगति का भी अवलोकन किया। इसके साथ ही सरगांव स्थित शासकीय कन्या उमावि और आत्मानंद बालक उमावि का निरीक्षण कर मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता और सुविधाओं की समीक्षा की।


हिर्री खरीदी केंद्र पर सीसीटीवी नहीं, निर्देश जारी
बिलासपुर जिले के हिर्री धान खरीदी केंद्र में सीसीटीवी कैमरा स्थापित नहीं पाया गया। कमिश्नर ने तुरंत कैमरा लगाने, किसानों के लिए सुविधाओं को बेहतर बनाने और धान तौल में सटीकता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सख्त हिदायत और सुधार के आदेश
संभागायुक्त कावरे ने शासकीय योजनाओं के फील्ड स्तर पर क्रियान्वयन में पारदर्शिता और अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों और जनता के साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
निष्कर्ष:
संभागायुक्त के इस दौरे से शासकीय योजनाओं में लापरवाही उजागर हुई है। उनके कड़े कदम प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ाने की दिशा में अहम साबित होंगे।