👇 खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं
भारतीय रेलवे ने पिछले दशक (2014-2024) के दौरान लगभग 5 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार प्रदान किया है, जो पिछले दशक की तुलना में 25% अधिक है। यह रेलवे द्वारा रोजगार सृजन के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इस पहल से भारतीय रेलवे ने न केवल देश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न किए, बल्कि पूरे देश के लिए रोजगार नीति में नई दिशा भी स्थापित की है।
रोजगार कैलेंडर का प्रकाशन
संगठित और समयबद्ध भर्ती प्रक्रिया
भारतीय रेलवे ने पहली बार एक रोजगार कैलेंडर प्रकाशित किया, जिसमें सभी रिक्तियों की अधिसूचनाएं समयबद्ध तरीके से जारी की गईं। इस पहल के माध्यम से रेलवे ने भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और संगठित तरीके से उम्मीदवारों का चयन किया।
सहायक लोको पायलट (ALP) भर्ती 2024
महत्वपूर्ण भर्ती अभियान
फरवरी 2024 में भारतीय रेलवे ने सहायक लोको पायलट (ALP) के 18,799 पदों के लिए भर्ती की अधिसूचना जारी की। इस भर्ती के तहत देशभर में 29 राज्यों के 156 शहरों में 346 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा में कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) के जरिए उम्मीदवारों का चयन किया गया।
परीक्षा की प्रक्रिया:
परीक्षा को तीन शिफ्टों में पांच दिनों तक आयोजित किया गया, जिसमें उम्मीदवारों की प्रमाणिकता सुनिश्चित करने के लिए 92% उम्मीदवारों का आधार कार्ड सत्यापन किया गया।
आवेदन और उपस्थिति:
18,799 पदों के लिए कुल 18.4 लाख युवाओं ने आवेदन किया, हालांकि उपस्थित होने का प्रतिशत 62% था। यह संख्या भारतीय रेलवे की भर्ती प्रक्रिया में बढ़ते हुए विश्वास और उम्मीदवारों की रुचि को दर्शाती है।
सख्त निगरानी और पारदर्शिता
प्रमाणिकता और सुरक्षा पर ध्यान
भारतीय रेलवे ने परीक्षा के दौरान सख्त निगरानी और आधार कार्ड सत्यापन के माध्यम से उम्मीदवारों की प्रमाणिकता सुनिश्चित की। इस प्रक्रिया के द्वारा पारदर्शिता और सुरक्षा को सर्वोत्तम स्तर पर बनाए रखा गया।
रोजगार के अवसर और युवा सशक्तिकरण
रेलवे की पहल का प्रभाव
भारतीय रेलवे की यह पहल देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के साथ ही युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है। इस पहल से न केवल रेलवे के कार्यों को गति मिली है, बल्कि युवाओं को राष्ट्रीय विकास में सक्रिय रूप से शामिल होने का अवसर भी प्राप्त हुआ है।
निष्कर्ष
रेलवे की सफलता की कहानी
भारतीय रेलवे द्वारा पिछले दस वर्षों में किए गए प्रयास देश में रोजगार के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। रोजगार कैलेंडर, पारदर्शिता, और सख्त निगरानी से यह सुनिश्चित किया गया कि भर्ती प्रक्रिया विश्वसनीय और सुव्यवस्थित हो। रेलवे की यह पहल आर्थिक सशक्तिकरण और राष्ट्रीय प्रगति में सहायक बन रही है।
Discover more from VPS Bharat
Subscribe to get the latest posts sent to your email.