सातवें दिन अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय एवं साधु परमेष्ठी प्रत्येक के सौ-सौ अर्ध के साथ कुल 512 अर्ध चढ़ाये गए
श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर, क्रांतिनगर बिलासपुर में श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान के सातवें दिन धार्मिक अनुष्ठान हुआ। इस दिन अरिहंत परमेष्ठी, सिद्ध परमेष्ठी, आचार्य परमेष्ठी, उपाध्याय परमेष्ठी और साधु परमेष्ठी के सौ-सौ अर्ध चढ़ाकर कुल 512 अर्ध अर्पित किए गए।
विधानाचार्य बाल ब्रह्मचारी मनोज भैया के नेतृत्व में और पंडित मधुर जैन के सहयोग से यह अनुष्ठान सफल हुआ। भोपाल के संगीतकार भूपेंद्र जैन व उनकी मण्डली के साथ, बिलासपुर ने इस धार्मिक अवसर का आनंद लिया। जैन समाज के अलावा, अन्य समाजों के लोग भी इसमें भाग ले रहे हैं।
बिल्हा विधायक धरम लाल जी कौशिक, बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल और गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
अमर अग्रवाल का आशीर्वाद संबंधी वक्तव्य
विधायक अमर अग्रवाल ने कहा कि उन्हें आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त है। 2004 में क्रांतिनगर जैन मंदिर के पंच कल्याणक में आचार्य श्री विद्यासागर जी बिलासपुर आए थे, और वे उस समय विधायक बने थे। उनके आशीर्वाद के कारण उनका जीवन लगातार उन्नति की दिशा में बढ़ा। उन्होंने कहा कि सूर्यास्त से पूर्व भोजन करने की परंपरा जैन समाज के हर घर में पालन की जाती है, जो आज भी सबसे उत्तम चिकित्सा मानी जाती है।
धरम लाल जी कौशिक का उद्बोधन
धरम लाल जी कौशिक ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर जी का आशीर्वाद पूरे प्रदेश को प्राप्त है। उनका मानना है कि जैन समाज ने “सर्वे भवन्तु सुखिनः” को अपने जीवन में उतारा है। इस महायज्ञ से न केवल धर्मानुयायी का जीवन सुखमय होगा, बल्कि यह पूरे प्रदेश, देश और विश्व में शांति लाएगा।
प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल का जैन समाज से संबंध
कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि वे जैन समाज के दामाद हैं और उनके जीवन में भगवान महावीर का आशीर्वाद रहा है। उन्होंने बताया कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में समाज सेवा के कार्य भगवान महावीर के आशीर्वाद से हो रहे हैं। उन्होंने जैन समाज से तप, त्याग, लोक कल्याण और धैर्य की सीख ली है।
कवि सम्मेलन की रौनक
सांध्यकालीन आरती और प्रवचन के बाद, रात्रि को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन हुआ। दीप प्रज्जवलन से कार्यक्रम की शुरुआत की गई, फिर सन्मति विहार पाठशाला के बच्चों ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया।
कवि सम्मेलन में पिंकी जैन, अंगूरी जैन, देविष्ठा, सोना जैन, मंगला जैन और नम्रता ने अपनी कविताओं से श्रोताओं का दिल जीत लिया। डॉ. अरिहंत जैन और जय कुमार जैन ने भी अपनी रचनाओं से वाहवाही लूटी। प्रदीप जैन और नीरज जैन (जूनियर अहसान कुरैशी) ने हास्य और वीर रस से कार्यक्रम में जोश भर दिया।
कार्यक्रम का संचालन संदीप जैन ने किया।
इस धार्मिक अनुष्ठान ने बिलासपुर और प्रदेश को शांति और पुण्य का संदेश दिया।
Discover more from VPS Bharat
Subscribe to get the latest posts sent to your email.