भारत सरकार के राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद से मान्यता
गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (जीजीवी), जिसे नैक द्वारा ए++ ग्रेड प्राप्त है, ने कौशल विकास और उद्यमिता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। विश्वविद्यालय को भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद द्वारा डीम्ड अवॉर्डिंग बॉडी (ड्यूल) का दर्जा प्रदान किया गया है।
कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल ने इस मान्यता को विश्वविद्यालय परिवार के संयुक्त प्रयासों का परिणाम बताते हुए खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को धरातल पर उतारने के लिए निरंतर प्रयासरत है। यह मान्यता छात्रों को कौशल विकास के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप कौशल विकास
कुलपति ने बताया कि यह मान्यता राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क और एनईपी-2020 के लक्ष्यों के तहत कौशल विकास और अनुभवजन्य शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रदान की गई है। इससे छात्रों को औपचारिक और अनौपचारिक शिक्षा के जरिए अपने कौशल को प्रमाणित कराने का अवसर मिलेगा।
प्रमुख लाभ और योजनाएं
- कौशल प्रशिक्षण का लाभ:
स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए कौशल विकास पाठ्यक्रमों को उनकी शिक्षा का हिस्सा बनाया जाएगा। - डिप्लोमा और प्रमाणन:
विश्वविद्यालय कौशल आधारित प्रशिक्षण का मूल्यांकन कर डिप्लोमा, योग्यता प्रमाण-पत्र और क्रेडिट प्रदान करेगा। - स्वावलंबी छत्तीसगढ़ योजना:
युवाओं को स्वावलंबी छत्तीसगढ़ योजना से जोड़ते हुए उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। - प्रशिक्षण संरचना:
- क्षमता संवर्धन पाठ्यक्रम
- मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम
- ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम
ड्यूल मान्यता: तीन वर्षों की अवधि
राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद ने यह मान्यता आगामी तीन वर्षों के लिए प्रदान की है, जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत पाठ्यक्रम संचालित करेगा।
कुलपति का संदेश
प्रो. चक्रवाल ने कहा, “यह पहल न केवल विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है, बल्कि छत्तीसगढ़ और देशभर के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर भी है। कौशल विकास और उद्यमिता को बढ़ावा देकर हम छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ठोस कदम उठा रहे हैं।”