विश्व स्मरण दिवस के अवसर पर, प्रभु दर्शन भवन, टिकरापारा में एक विशेष अंतर्राष्ट्रीय योग सत्र का आयोजन किया गया। यह सत्र सड़क दुर्घटनाओं में दिवंगत आत्माओं की शांति और उनके परिवारों की मानसिक शांति के लिए समर्पित था।
बीके मंजू के नेतृत्व में आयोजित इस सत्र में राजयोग और ध्यान के माध्यम से दुर्घटनाओं और आत्महत्या के मामलों को कम करने के उपायों पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा, “दिवंगत आत्माओं को शांति की आवश्यकता होती है, क्योंकि वे भटकाव का सामना करती हैं। राजयोग और नियमित ध्यान इस समस्या का प्रभावी समाधान हैं।”
कार्यक्रम की मुख्य बातें:
- दुर्घटनाओं में कमी के लिए मेडिटेशन का महत्व:
बीके मंजू ने बताया कि वैज्ञानिक शोध से यह सिद्ध हुआ है कि यदि केवल 1% लोग नियमित ध्यान और मेडिटेशन करते हैं, तो इससे सड़क दुर्घटनाओं और अन्य विपरीत घटनाओं में कमी आती है। - दिवंगत आत्माओं के लिए मोमबत्ती प्रज्ज्वलन:
सत्र के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर ध्यान किया। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं में दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने और उनके भविष्य के मार्ग को सुगम बनाने के लिए प्रार्थना की। - परमात्मा से शक्ति और सकाश का दान:
इस सत्र में ध्यान के माध्यम से न केवल दिवंगत आत्माओं बल्कि पूरे विश्व को सकाश और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान की गई।
विश्व स्मरण दिवस का उद्देश्य:
हर साल नवंबर के तीसरे रविवार को मनाया जाने वाला यह दिन सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को स्मरण करने और सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है।
यह आयोजन दुर्घटनाओं को रोकने और मानसिक शांति बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल थी।
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