जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास कार्य राज्यमंत्री तोखन साहू ने बेलगहना में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर आयोजित विशाल जनजातीय समागम में श्री साहू ने भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों और उनके संघर्ष को याद किया।
भगवान बिरसा मुंडा का योगदान
तोखन साहू ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा का जीवन संघर्ष जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए समर्पित रहा। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान क्रांति का नेतृत्व किया और स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति दी। बिरसा मुंडा के आदर्श न केवल जनजातीय समाज, बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
उन्होंने छत्तीसगढ़ और झारखंड के वीर नायकों का भी उल्लेख किया, जिनमें सिद्धू-कान्हू, शहीद वीर नारायण सिंह, गुण्डाधुर, और गेंद सिंह शामिल हैं, जिन्होंने भारतीय जनजातीय गौरव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आदिवासी समाज की विशेषताएं
साहू ने आदिवासी समाज की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा:
- समानता: आदिवासी समाज में व्यक्ति से अधिक समूह को महत्व दिया जाता है।
- जेंडर रेशियो: स्त्री-पुरुष समानता और बेहतर जेंडर रेशियो, जो अन्य समाजों के लिए प्रेरणा है।
- प्राकृतिक संरक्षण: आदिवासी समुदाय की जीवनशैली प्रकृति पर आधारित है और वे प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं।
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के दौर में आदिवासी समाज की जीवनशैली से प्रेरणा लेना आवश्यक है।
विकास कार्यों का लोकार्पण
कोटा विधानसभा के पोड़ी (मोहदा) में 21 लाख रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया।
- सामुदायिक भवन: 6 लाख रुपए की लागत।
- पंचायत भवन: 15 लाख रुपए की लागत।
कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति, जैसे तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, और जिला कलेक्टर अवनीश शरण, उपस्थित रहे।
समाज के लिए संदेश
तोखन साहू ने भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष और आदिवासी समाज की जीवनशैली को अनुकरणीय बताया। उन्होंने युवाओं और समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे जल, जंगल, और जमीन की रक्षा के लिए प्रेरणा लेकर इन मूल्यों को आत्मसात करें।
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