भारतीय रेलवे ने बीते तीन महीनों में सामान्य श्रेणी (जीएस) के यात्रियों के लिए सुविधाओं में अभूतपूर्व वृद्धि की है। जुलाई से अक्टूबर के बीच 600 नए जीएस कोच विभिन्न नियमित ट्रेनों में जोड़े गए हैं, जिससे रोजाना हजारों यात्रियों को लाभ हो रहा है।
नवंबर तक 1000 कोच और शामिल
रेलवे ने घोषणा की है कि नवंबर 2024 तक 370 नियमित ट्रेनों में 1000 से अधिक जीएस कोच जोड़ दिए जाएंगे। इन कोचों के माध्यम से रोजाना करीब एक लाख अतिरिक्त यात्री रेल यात्रा कर सकेंगे।
अगले दो वर्षों की योजना
- अगले दो वर्षों में, 10,000 से अधिक नॉन एसी कोच रेलवे के बेड़े में शामिल किए जाएंगे।
- इनमें से 6000 कोच सामान्य श्रेणी के होंगे और शेष स्लीपर श्रेणी के।
- इससे लगभग 8 लाख अतिरिक्त यात्री हर दिन रेल यात्रा का लाभ उठा पाएंगे।
एलएचबी कोचों का इस्तेमाल
सभी नए कोच एलएचबी (लिंके हॉफमैन बुश) तकनीक पर आधारित होंगे। ये कोच:
- हल्के और मजबूत होते हैं।
- यात्रा को आरामदायक और सुरक्षित बनाते हैं।
- दुर्घटनाओं में कम नुकसान सुनिश्चित करते हैं।
सामान्य श्रेणी: सर्वोच्च प्राथमिकता
रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि सामान्य श्रेणी के यात्री रेलवे की प्राथमिकता में शामिल हैं। उनकी सुविधाओं को बढ़ाने के लिए तेजी से काम हो रहा है।
रेलवे की यह पहल क्यों महत्वपूर्ण है?
- सामान्य श्रेणी में बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह कदम यात्रियों को राहत देगा।
- नए कोचों के जरिए न केवल यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि उनकी यात्रा अधिक आरामदायक और सुरक्षित बनेगी।
- यह कदम रेलवे के दीर्घकालिक विकास और यात्रियों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
भारतीय रेल की यह पहल, यात्रियों के सफर को बेहतर और सुविधाजनक बनाने में मील का पत्थर साबित हो रही है।
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