केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने पंजाब के मोगा में खुद ट्रैक्टर चलाकर और बेलर मशीन का उपयोग कर पराली प्रबंधन का प्रदर्शन किया। उन्होंने किसानों से पराली जलाने की प्रथा को छोड़ने और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प अपनाने की अपील की।
पराली प्रबंधन पर जागरूकता अभियान
अपने तीन दिवसीय एस्पायरिंग डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम (19-21 नवंबर 2024) की समीक्षा यात्रा के दौरान, मंत्री साहू ने मोगा और फिरोजपुर जिलों का दौरा किया। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा:
“पराली जलाने से होने वाला प्रदूषण और धुंध सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए खतरा है। मुझे खुशी है कि यहां बेलर मशीन का उपयोग किया जा रहा है, जो पराली को इकट्ठा करके उसे उपयोगी बनाती है।”
बेलर मशीन का प्रदर्शन
मंत्री ने स्वयं बेलर मशीन के माध्यम से पराली इकट्ठा करने और बंडल बनाने की प्रक्रिया का अवलोकन किया। उन्होंने बताया कि ये मशीनें पराली प्रबंधन के लिए उपयोगी हैं और प्रदूषण को कम करने में अहम भूमिका निभाती हैं।
केंद्रीय मंत्री ने किसानों से अनुरोध किया:
- पराली जलाने से बचें।
- बेलर मशीन और अन्य वैकल्पिक तकनीकों का उपयोग करें।
- पर्यावरण की रक्षा के साथ-साथ दीर्घकालिक कृषि लाभ सुनिश्चित करें।
पारंपरिक जल निकासी और सिंचाई का निरीक्षण
मोगा जिले के गांवों में मंत्री साहू ने पारंपरिक जल निकासी और सिंचाई प्रणालियों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि ये प्रणालियाँ क्षेत्र के कृषि विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन प्रणालियों के माध्यम से स्थानीय किसानों को सिंचाई और निवासियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है।
अमृतसर में स्वर्ण मंदिर का दौरा
अपनी यात्रा के अंतिम चरण में, मंत्री ने अमृतसर के प्रतिष्ठित स्वर्ण मंदिर का दौरा किया। उन्होंने इस स्थल के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को नमन किया और इसे देश की धरोहर बताया।
सामूहिक प्रयासों पर जोर
मंत्री ने अपने दौरे के दौरान प्रदूषण और पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने किसानों को सरकार द्वारा दी जा रही संसाधनों और तकनीकों का अधिकतम लाभ उठाने का संदेश दिया।
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