Ad Image

Contact on vpsbharat24@gmail.com for your ad

महापौर पद के लिए दावेदारों की भिड़ंत, भाजपा-कांग्रेस में सक्रियता बढ़ी

👇 खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

कांग्रेस और भाजपा में सक्रिय दावेदारों की बढ़ती संख्या

महापौर का पद पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षित होने के बाद अब राजनीतिक दलों में महापौर के पद के लिए दावेदारों की संख्या बढ़ गई है। खासकर ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले नेता, पूर्व पार्षद, महापौर, सभापति दावेदारी के लिए सक्रिय हो गए हैं। इसके अलावा, ऐसे पार्षद जो पहले सभापति या नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं, वे अपनी पत्नी का नाम भी महापौर के प्रत्याशी के रूप में आगे कर रहे हैं। इस दावेदारी के चलते कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों में महापौर के संभावित प्रत्याशी के नाम पर चर्चा शुरू हो गई है।

कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों में दावेदारी की चर्चा

कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों में हालांकि अभी तक महापौर के प्रत्याशी के चयन के लिए कोई आधिकारिक बैठक या विचार विमर्श नहीं हुआ है। बावजूद इसके, यह माना जा रहा है कि प्रत्याशी चयन में संगठन या सत्ता में रहे नेताओं की पसंद के साथ-साथ पार्टी और जनता के बीच सक्रियता, लोकप्रियता और चुनावी सफलता को भी ध्यान में रखा जाएगा।

दोनों दलों में अंतिम निर्णय चुनाव कमेटी द्वारा लिया जाएगा, जो हाईकमान द्वारा बनाई जाएगी। हालांकि, स्थानीय वरिष्ठ नेताओं की सलाह को भी इस चयन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण माना जाएगा। भाजपा के पदाधिकारियों के अनुसार, जिला कोर ग्रुप की बैठक में संभावित नामों पर चर्चा होगी, और इसके बाद नाम प्रदेश कमेटी को भेजे जाएंगे। प्रदेश कमेटी द्वारा नामों का चयन किया जाएगा।

महापौर पद के लिए दावेदारों की भिड़ंत, भाजपा-कांग्रेस में सक्रियता बढ़ी

भाजपा में विभिन्न समितियों का गठन

भाजपा नेताओं के मुताबिक, पार्टी ने महापौर और पार्षद प्रत्याशियों के चयन के लिए अलग-अलग समितियों का गठन करने की योजना बनाई है। यह समितियां चुनावी कार्यक्रमों को लेकर अपने कामों की रूपरेखा तैयार करेंगी। भूपेंद्र सवन्नी और सौरभ सिंह की देखरेख में यह समितियां आगामी चुनाव को लेकर रणनीति बनाएंगी। इन समितियों के बाद, पार्टी द्वारा तय की गई तारीखों के भीतर, वार्ड के पार्षदों और महापौर के प्रत्याशी के नामों का पैनल प्रदेश संगठन को भेजा जाएगा।

कांग्रेस की ओर से आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत

कांग्रेस पार्टी ने भी महापौर और वार्ड पार्षद के चुनाव के लिए इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन मांगने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देश पर, कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव की तर्ज पर आवेदन मंगवाने की घोषणा की है। 10 जनवरी से 12 जनवरी तक, इच्छुक उम्मीदवार कांग्रेस कार्यालय में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं।

कांग्रेस पार्टी के शहर अध्यक्ष विजय पांडेय और ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बताया कि आगामी नगर निगम चुनाव के लिए वार्ड पार्षद पद के उम्मीदवारों से आवेदन मांगे गए हैं। इच्छुक उम्मीदवारों को कांग्रेस कार्यालय में 11 बजे से 4 बजे के बीच आवेदन जमा करना होगा।

संभावित दावेदारों के नाम

अब तक भाजपा और कांग्रेस से संभावित दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। भाजपा से, पूर्व कार्यकारी महापौर विनोद सोनी, पूर्व सभापति अशोक विधानी, पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष रामदेव कुमावत, पूर्व मेयर किशोर राय, पार्षद विजय ताम्रकार और दुर्गा सोनी का नाम सामने आ रहा है। अशोक विधानी अपनी पत्नी पूजा विधानी का नाम भी महापौर प्रत्याशी के रूप में पेश कर सकते हैं।

कांग्रेस से, महापौर रामशरण यादव, पूर्व पार्षद त्रिलोक श्रीवास, शैलेन्द्र जायसवाल, भरत कश्यप, भास्कर यादव और पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद नायक सहित कई अन्य नेताओं के नाम चर्चा में हैं। त्रिलोक श्रीवास की पत्नी स्मृति श्रीवास वर्तमान में पार्षद हैं, और वे बेलतरा क्षेत्र के नए वार्डों में भी सक्रिय नजर आ रहे हैं।

निष्कर्ष

महापौर के पद के लिए अब तक कई नाम सामने आ चुके हैं, और विभिन्न दलों में दावेदारी का दौर जारी है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों में प्रत्याशी चयन के लिए सक्रियता बढ़ गई है। हालांकि, अंतिम निर्णय चुनावी कमेटियों द्वारा लिया जाएगा, लेकिन इन चर्चाओं से यह स्पष्ट है कि आगामी चुनाव में महापौर पद के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा होगी।


Discover more from VPS Bharat

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Related Posts

बिलासपुर हाईकोर्ट अपडेट: सिविल जज परीक्षा के मानदंडों में बदलाव

बिलासपुर हाईकोर्ट ने सिविल जज परीक्षा के लिए बड़ा फैसला सुनाया है। अब लॉ डिग्रीधारी उम्मीदवारों को बार काउंसिल में पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी और वे सीधे सिविल जज परीक्षा में बैठ सकेंगे। इस फैसले से सरकारी नौकरी करने वाले लॉ डिग्रीधारी भी परीक्षा के योग्य होंगे। इसके अलावा, आवेदन की अंतिम तिथि को एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया है, जिससे उम्मीदवारों को और अधिक समय मिल गया है। यह निर्णय उन उम्मीदवारों के लिए राहत का सबब है, जो पहले बार काउंसिल पंजीकरण की शर्त के कारण असमर्थ थे।

मरवाही वनमंडल में बाघिन की सुरक्षा पर संकट, प्रभावित क्षेत्र में स्कूलों की छुट्टी

मरवाही वनमंडल के गौरेला रेंज में एक बाघिन की सुरक्षा संकट में है। बाघिन की तस्वीरें और वीडियो लेने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट रही है, जिससे उसकी सुरक्षा पर खतरा बढ़ गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी घोषित की है। बाघिन और मानव संघर्ष रोकने के लिए वन विभाग की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *