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भक्ति और उत्सव का संगम बाबा आनंद राम दरबार में

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“छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता” – बलराम भैया

बाबा आनंद राम दरबार, चक्करभाटा में हरि संग नाम संकीर्तन का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर बलराम भैया “एकादशी वाले जी” ने अपनी अमृतवाणी से उपस्थित भक्तों को भक्ति के गहरे भावों से परिचित कराया। उन्होंने सत्संग के दौरान कहा, “छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।”


भक्ति और भजनों से गुंजायमान हुआ वातावरण

कार्यक्रम में बलराम भैया ने रामायण के प्रसंग सुनाए और भक्ति से भरपूर भजन प्रस्तुत किए। इस दौरान इस्कॉन मंदिर, बिलासपुर से आए पंडितजी ने हरि नाम और राम नाम की भक्ति व धूनी के माध्यम से भक्तों को भक्ति रस में डुबो दिया। उनकी प्रस्तुति से ऐसा महसूस हुआ मानो सभी गोकुल की दिव्य भूमि पर बैठे हों।


शादी की सालगिरह का विशेष उत्सव

कार्यक्रम के अंत में बलराम भैया और उनकी भाभीजी ने केक काटकर अपनी शादी की सालगिरह मनाई। प्रभु को भोग अर्पित कर साध संगत में प्रसाद का वितरण किया गया।


इस्कॉन मंदिर से आए महाराज का सम्मान

बाबा आनंद राम सेवा समिति, चक्करभाटा के सदस्यों ने इस्कॉन मंदिर से आए महाराज का स्वागत और सम्मान किया।


सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण

इस भक्ति से भरपूर कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया, जिसे हजारों भक्तों ने घर बैठे देखा और आनंद लिया।


आयोजन में सेवादारों का विशेष योगदान

इस आयोजन को सफल बनाने में बाबा आनंद राम सेवा समिति, चक्करभाटा के सेवादारों ने विशेष योगदान दिया।


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