Ad Image

Contact on vpsbharat24@gmail.com for your ad

31 बटुकों का हुआ भव्य उपनयन संस्कार, छत्तीसगढ़ ब्राह्मण समाज का सांस्कृतिक उत्सव

👇 खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

छत्तीसगढ़ प्रांतीय अखंड ब्राह्मण समाज और समग्र ब्राह्मण एकता मंच के संयुक्त तत्वाधान में गुरूवार को एक भव्य उपनयन संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन श्री श्याम खाटू घोंघा बाबा मंदिर में हुआ, जिसमें प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों जैसे रायगढ़, मुंगेली, कोरबा, रायपुर, बिलासपुर, अमलाई, अनूपपुर, और बेंगलौर से कुल 31 बटुकों का उपनयन संस्कार सम्पन्न किया गया। इस धार्मिक आयोजन में बटुकों के साथ उनके परिवार के 350 ब्राह्मण परिवार भी उपस्थित थे।

उपनयन संस्कार का महत्व

उपनयन संस्कार, जिसे यज्ञोपवीत या जनेऊ संस्कार भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म के 16 प्रमुख संस्कारों में से एक है। इस संस्कार के दौरान, बच्चों को गुरु के पास ले जाया जाता है और उन्हें यज्ञोपवीत पहनाया जाता है। यह संस्कार एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है, जिसके बाद बच्चे को वेदों का अध्ययन करने का अधिकार प्राप्त होता है। ब्राह्मण समाज में उपनयन संस्कार को आधा विवाह संस्कार माना जाता है, जिसमें बटुकों का हल्दी, नहडोरी, कलश, बारात मण्डप सहित अन्य धार्मिक आयोजन होते हैं।

कार्यक्रम की सफलता में योगदान देने वाले प्रमुख लोग

उपनयन संस्कार
कार्यक्रम की सफलता में योगदान देने वाले प्रमुख लोग

इस भव्य आयोजन का नेतृत्व पंडित पंकजभूषण मिश्रा अकलतरी वाले ने किया, जो इस संस्कार के परमाचार्य के रूप में उपस्थित थे। उनके नेतृत्व में 31 बटुकों का उपनयन संस्कार बड़े श्रद्धा भाव से सम्पन्न हुआ। इसके अलावा कार्यक्रम की सफलता में वंदना तिवारी, रंजन पाण्डेय, सीमा पाठक, शारदा गौरहा, नीलिमा तिवारी, कृष्णा दुबे, देवेंद्र पाठक, विवेक दुबे, प्रदीप पाण्डेय, शारदा त्रिपाठी, दिव्या पाण्डेय, प्राची तिवारी, अंजू उपाध्याय, सुनीता पाठक, सोनू गौरहा, प्रीति गौरहा, संगीता शुक्ला, नीलू चौबे, हितेश तिवारी आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इन सभी ने मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।

धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन का उत्सव

उपनयन संस्कार के इस पवित्र अवसर पर परिवारों ने खुशी और उल्लास के साथ भाग लिया। बटुकों के साथ उनके परिवार के सदस्य भी इस धार्मिक अनुष्ठान में सम्मिलित हुए और आयोजन के दौरान आयोजित विभिन्न धार्मिक क्रियाओं में भाग लिया। इस अवसर पर बटुकों के परिवारों ने अपार श्रद्धा और आदर के साथ उनके जीवन में इस महत्वपूर्ण संस्कार को पूरा करने का अनुभव किया।

उपनयन संस्कार के सांस्कृतिक पहलु

यह आयोजन केवल एक धार्मिक संस्कार नहीं था, बल्कि यह एक सांस्कृतिक उत्सव भी था, जो ब्राह्मण समाज की समृद्ध परंपराओं को जीवित रखने का प्रतीक बन गया। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल धार्मिक संस्कारों को बढ़ावा मिलता है, बल्कि यह समाज में एकता और भाईचारे की भावना को भी प्रोत्साहित करता है। इस आयोजन ने न केवल स्थानीय समुदाय को एकजुट किया, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए परिवारों को एक मंच पर लाकर सांस्कृतिक मेलजोल को भी बढ़ावा दिया।

उपनयन संस्कार के भविष्य में महत्व

इस प्रकार के उपनयन संस्कार आयोजन भविष्य में और भी प्रभावशाली होंगे, जिससे ब्राह्मण समाज की सांस्कृतिक धारा को सशक्त किया जा सके। इन आयोजनों से न केवल संस्कारों का प्रचार-प्रसार होता है, बल्कि यह युवाओं में भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति आदर और श्रद्धा भी उत्पन्न करता है।

यह आयोजन छत्तीसगढ़ के ब्राह्मण समाज के लिए एक ऐतिहासिक पल था, जिसे उन्होंने अपने जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान दिया। उपनयन संस्कार के इस आयोजन से सभी उपस्थित लोगों को धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का अहसास हुआ और यह आयोजन हमेशा उनके दिलों में बसेगा।


Discover more from VPS Bharat

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Related Posts

कांग्रेस ने चहेतों को कौड़ियों के मोल बेची निगम की बेशकीमती संपत्ति – अमर अग्रवाल

बिलासपुर में पूर्व मंत्री और भाजपा नेता अमर अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार पर नगर निगम की बहुमूल्य जमीनें अपने करीबी लोगों को बांटने और टेंडर प्रक्रिया में घोटाले के गंभीर आरोप लगाए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने 77 लाख रुपये के एफडीआर घोटाले और स्मार्ट सिटी परियोजना में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कांग्रेस शासन में विकास ठप हो गया था।

अग्रवाल ने दावा किया कि झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले गरीब मजदूरों को 65,000 रुपये का पानी बिल थमाया गया, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और बदतर हो गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नगर निगम की स्थिति इतनी खराब हो गई कि हाईकोर्ट को प्रशासनिक हस्तक्षेप करना पड़ा।

इस दौरान भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे, जिन्होंने कांग्रेस सरकार पर दिशाहीन नीतियों और जनता को धोखा देने के आरोप लगाए।

छत्तीसगढ़ी व्यंजन मेला संग हाट का हुआ शानदार आयोजन, महिलाओं ने दिखाई शक्ति

छत्तीसगढ़ की संस्कृति और स्वाद का संगम! 🍽️✨ अखण्ड ब्राह्मण समाज सेवा समिति द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ी व्यंजन मेला अपने नौवें वर्ष में और भी भव्य हो गया। फरा, चौसेला, ठेठरी, खुरमी जैसे स्वादिष्ट पारंपरिक व्यंजनों की महक से सराबोर इस मेले में 55 से अधिक स्टॉल लगे। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या विष्णु देव साय ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया, जबकि समापन सत्र में नगर विधायक अमर अग्रवाल ने आयोजन की सराहना की। जानिए इस सांस्कृतिक उत्सव की पूरी झलक!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *