Ad Image

Contact on vpsbharat24@gmail.com for your ad

बिलासपुर से अंबिकापुर के लिए हवाई सेवा का शुभारंभ

👇 खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने किया उद्घाटन

छत्तीसगढ़ के विकास में एक और ऐतिहासिक पहल करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का शुभारंभ स्वामी विवेकानंद विमानतल रायपुर से किया।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि यह क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के विस्तार और प्रदेश के आर्थिक एवं पर्यटन विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा करेगा” के सपने को साकार होते हुए बताया।


हवाई सेवा का महत्व

  1. एयर कनेक्टिविटी का विस्तार:
    सरगुजा और बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों को जोड़ते हुए यह सेवा नागरिकों की यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी।
  2. पर्यटन एवं आर्थिक गतिविधियां:
    इन क्षेत्रों में पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
  3. प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद:
    मुख्यमंत्री ने नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस सेवा का लाभ उठाएं और सरगुजा की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव करें।

सेवा का विवरण

  • सेवा प्रदाता: फ्लाई बिग चार्टर कंपनी।
  • विमान: 19 सीटर विमान।
  • उड़ान शेड्यूल:
    • गुरुवार, शुक्रवार, और शनिवार को दोपहर 12 बजे बिलासा देवी केंवट एयरपोर्ट से अंबिकापुर के लिए उड़ान।
  • टिकट दर: पहले दिन ₹1298 बेस प्राइस पर टिकट बुक किए गए।
  • प्रथम यात्रा: 17 यात्रियों ने टिकट बुक कर सेवा का लाभ उठाया।

भव्य स्वागत समारोह

  • बिलासा देवी केंवट एयरपोर्ट पर आयोजन:
    • विमान का वाटर कैनन से स्वागत।
    • यात्रियों का पुष्पगुच्छ देकर अभिनंदन।
  • मुख्य अतिथि:
    • जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरुण सिंह चौहान।
    • श्री रामदेव कुमार।
    • डायरेक्टर एन. वीरेन सिंह।

मुख्यमंत्री का संदेश

नए साल के आगमन पर मुख्यमंत्री ने इस नई सेवा का भरपूर लाभ उठाने की अपील की और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली इस कनेक्टिविटी को प्रदेश के विकास का प्रतीक बताया।


Discover more from VPS Bharat

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Related Posts

बिलासपुर हाईकोर्ट अपडेट: सिविल जज परीक्षा के मानदंडों में बदलाव

बिलासपुर हाईकोर्ट ने सिविल जज परीक्षा के लिए बड़ा फैसला सुनाया है। अब लॉ डिग्रीधारी उम्मीदवारों को बार काउंसिल में पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी और वे सीधे सिविल जज परीक्षा में बैठ सकेंगे। इस फैसले से सरकारी नौकरी करने वाले लॉ डिग्रीधारी भी परीक्षा के योग्य होंगे। इसके अलावा, आवेदन की अंतिम तिथि को एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया है, जिससे उम्मीदवारों को और अधिक समय मिल गया है। यह निर्णय उन उम्मीदवारों के लिए राहत का सबब है, जो पहले बार काउंसिल पंजीकरण की शर्त के कारण असमर्थ थे।

मरवाही वनमंडल में बाघिन की सुरक्षा पर संकट, प्रभावित क्षेत्र में स्कूलों की छुट्टी

मरवाही वनमंडल के गौरेला रेंज में एक बाघिन की सुरक्षा संकट में है। बाघिन की तस्वीरें और वीडियो लेने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट रही है, जिससे उसकी सुरक्षा पर खतरा बढ़ गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी घोषित की है। बाघिन और मानव संघर्ष रोकने के लिए वन विभाग की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *