11 वर्षीय मासूम ने की आत्महत्या, पुलिस जांच में जुटी

जोंधरा (पचपेड़ी)। पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम जोंधरा अच्छे नगर मोहल्ले में बुधवार शाम एक 11 वर्षीय मासूम ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है।


घटना का विवरण

मृतक का नाम कबीर केवट है, जो ग्राम जोंधरा के एक निजी स्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र था।

  • सुबह करीब 8 बजे कबीर के माता-पिता, संतोष केवट और उनकी पत्नी, अपने खेत पर काम के लिए घर से निकल गए।
  • उनके तीन बच्चों में सबसे बड़ा बेटा चंद्रप्रकाश मझले भाई के साथ स्कूल चला गया, जबकि कबीर घर पर ही रुक गया
  • दोपहर करीब 1:30 बजे, बड़ा भाई चंद्रप्रकाश जब स्कूल से घर लौटा, तो उसने देखा कि घर का दरवाजा अंदर से बंद था।
  • खिड़की से झांकने पर उसने पाया कि कबीर पंखे से रस्सी के सहारे झूल रहा था

पुलिस जांच और कार्यवाही

  • सूचना मिलने पर, पचपेड़ी पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची।
  • पुलिस ने शव को पंखे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
  • फिलहाल, आत्महत्या के कारणों की पुलिस जांच जारी है।
  • प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इतनी कम उम्र में कबीर ने यह कदम क्यों उठाया

माता-पिता की प्रतिक्रिया

  • पिता संतोष केवट का कहना है कि उन्हें घटना के पीछे की वजह का अंदाजा नहीं है।
  • परिवार और ग्रामीण भी इस घटना से गहरे सदमे में हैं।

निष्कर्ष

इस घटना ने एक बार फिर बच्चों में बढ़ते मानसिक दबाव और उनकी समस्याओं को नजरअंदाज करने के खतरे को उजागर किया है। पुलिस की जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि इस मासूम ने यह कदम क्यों उठाया।
सामाजिक जागरूकता और बच्चों के साथ संवाद की आवश्यकता ऐसे मामलों को रोकने में अहम भूमिका निभा सकती है।


Discover more from VPS Bharat

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Related Posts

जब परिवार वालों ने छोड़ा साथ, बेटियों ने निभाया फर्ज

मृत्यु एक सत्य है, और अंतिम यात्रा में अपनों का साथ सबसे बड़ा संबल होता है। लेकिन घिवरा गांव में चंद पैसों की लालच ने मानवता को शर्मसार कर दिया। सीताराम कश्यप (80 वर्ष), जो लंबे समय से बीमार थे, का गुरुवार सुबह निधन हो गया। परिवार के लालच और अड़ियल रवैये के…

ससुराल में दोहरे हत्याकांड के दोषी का आजीवन कारावास बरकरार: हाईकोर्ट का फैसला

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने तखतपुर के खपरी गांव में हुए दोहरे हत्याकांड के दोषी अश्वनी धुरी के आजीवन कारावास की सजा को उचित ठहराया है। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस एके प्रसाद की डिवीजन बेंच ने स्पष्ट किया कि घायल गवाह की गवाही का सबूत के रूप में विशेष महत्व होता है। क्या…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Discover more from VPS Bharat

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading