👇 खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं
टिकरापारा थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां आरोपी दानेश्वर निषाद ने किराए पर ली गई 14 चारपहिया वाहनों को या तो बेच दिया या गिरवी रख दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से सभी वाहन जब्त कर लिए हैं।
फर्जी एजेंसी के जरिए ठगी
आरोपी ने इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में “ए.एफ.सी ट्रेवल्स” नामक फर्जी एजेंसी खोली थी। वह खुद को शासकीय ठेकेदार बताकर लोगों से उनकी चारपहिया गाड़ियां किराये पर लेता था। इनमें प्राइवेट और सरकारी विभागों में वाहनों को किराये पर चलाने का झांसा दिया जाता था।
शिकायत से हुआ खुलासा
प्रार्थी धर्मेंद्र प्रसाद ने टिकरापारा थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसने अपनी स्कॉर्पियो वाहन (क्रमांक CG 07 CG 8839) 35,000 रुपये मासिक किराये पर आरोपी को दी थी। जब कंपनी से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो कोई जवाब नहीं मिला। इंद्रप्रस्थ कॉलोनी स्थित ऑफिस जाने पर पता चला कि आरोपी गाड़ियां बेचकर फरार हो चुका है।
पुलिस की कार्रवाई
ठगी की घटना को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और टिकरापारा पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए अभियान चलाया। पुलिस टीम ने संभावित ठिकानों पर दबिश देकर आरोपी दानेश्वर निषाद को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली।
आरोपी से 14 गाड़ियां बरामद
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 14 चारपहिया वाहन जब्त किए हैं। आरोपी के खिलाफ टिकरापारा थाने में अपराध क्रमांक 08/25, धारा 316(5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी का विवरण
- नाम: दानेश्वर निषाद
- पिता का नाम: राधेश्याम निषाद
- उम्र: 29 वर्ष
- निवासी: ग्राम जमराव, थाना अमलेश्वर, जिला दुर्ग
टीम का योगदान
पुलिस कार्रवाई में निरीक्षक मनोज साहू (थाना प्रभारी टिकरापारा), निरीक्षक परेश पांडेय (प्रभारी, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट) और अन्य पुलिसकर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अपने वाहनों को किराये पर देने से पहले अच्छी तरह जांच-पड़ताल करें।
Discover more from VPS Bharat
Subscribe to get the latest posts sent to your email.