
👇 खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं
लंदन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर खालिस्तानी हमले की कोशिश, गाड़ी घेरकर तिरंगे का किया अपमान में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर पर हमले की कोशिश की गई, हालांकि इस पर भारत या ब्रिटेन सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान अब तक नहीं आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना लंदन में एक कार्यक्रम से लौटते वक्त हुई। बताया जा रहा है कि इस हमले के पीछे खालिस्तानी चरमपंथियों का हाथ हो सकता है, जो पहले भी भारतीय अधिकारियों को धमकियां देते रहे हैं।
कैसे हुआ हमला?
गुरुवार को लंदन में खालिस्तानी तत्वों ने जयशंकर की कार पर हमला करने की कोशिश की। घटना उस वक्त हुई जब वह चैटम हाउस थिंक टैंक के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक वीडियो में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति जयशंकर की गाड़ी के पास पहुंचकर तिरंगे का अपमान कर रहा है, जबकि लंदन पुलिस वहां मौजूद थी।
भारत-यूके संबंधों को नई दिशा देने गए थे जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर अपनी छह दिवसीय ब्रिटेन और आयरलैंड यात्रा पर हैं। इस दौरे में वे उच्चस्तरीय बातचीत, विदेश नीति पर चर्चा और भारतीय समुदाय से संवाद कर रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और ब्रिटेन के संबंधों को नई गति देना है।
बुधवार को जयशंकर ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान मुक्त व्यापार समझौता (FTA) और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर बातचीत हुई।
भारतीय उच्चायोग ने जताई कड़ी आपत्ति
हाल ही में लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर खालिस्तान समर्थक प्रदर्शन हुए थे। इससे पहले खालिस्तानी तत्वों ने हैरो शहर में एक सिनेमाघर में घुसकर कंगना रनौत की फिल्म “इमरजेंसी” की स्क्रीनिंग रोकने का प्रयास किया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस घटना पर कहा,
“हम यूके सरकार से लगातार अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं कि भारत विरोधी तत्वों द्वारा हिंसा और धमकियों का सहारा लिया जा रहा है। बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का इस्तेमाल चुनिंदा तरीके से नहीं किया जा सकता। हम उम्मीद करते हैं कि ब्रिटेन सरकार दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी।”
पहले भी हुआ था भारतीय उच्चायोग पर हमला

गौरतलब है कि 2023 में भी लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमला किया था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अनुसार, यह हमला पंजाब पुलिस द्वारा वारिस पंजाब दे के नेता अमृतपाल सिंह पर हुई कार्रवाई के विरोध में किया गया था।
भारत सरकार को उम्मीद है कि इस बार ब्रिटेन सरकार सख्त कदम उठाएगी और ऐसे कट्टरपंथी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
Discover more from VPS Bharat
Subscribe to get the latest posts sent to your email.