🪔 “उस घर का आख़िरी दीप” 🪔
गाँव उसकर की पगडंडी पर एक पुराना घर है —कभी वहाँ दीपावली की रातें तारे बनकर उतर आती थीं।आँगन में माँ दिया जलाते हुए कहती थीं,“दीया सिर्फ़ तेल से नहीं, यादों से भी जलता है बेटा।”और पिता तुलसी चौरे के पास मिट्टी का दीप रखते हुए उच्चारण करते —“यह यमदीप मृत्यु नहीं, अधर्म…
बिलासपुर में धूमधाम से मनाई गई दिवाली, माता लक्ष्मी और काली की विशेष पूजा-अर्चना, आतिशबाजी से गूंज उठा शहर बिलासपुर
कार्तिक मास की अमावस्या के दिन 31 अक्टूबर व 1 नवम्बर को दिवाली का पर्व बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। पूरे शहर में मंदिरों व घरों में माता लक्ष्मी, भगवान गणेश व कुबेर और माँ काली की विशेष आराधना की गई। श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में मंदिरों में जाकर देवी लक्ष्मी…