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स्वामी विवेकानंद की जयंती पर युवाओं को मिली सशक्तिकरण की प्रेरणा

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स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर कृषि महाविद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस

बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, बिलासपुर और कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, लोरमी-मुंगेली के संयुक्त तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया गया। भारत सरकार ने 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में घोषित किया था, जिसके बाद से यह प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस वर्ष का थीम “राष्ट्र निर्माण के लिए युवा सशक्तिकरण” रखा गया।


स्वामी सेवाव्रतानंद महाराज का प्रेरणादायक संबोधन “भारत को जानना है तो स्वामी विवेकानंद को जानना होगा”

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी सेवाव्रतानंद महाराज, सचिव, रामकृष्ण मिशन, बिलासपुर ने कहा, “आज का दिन पुण्य का दिन है क्योंकि यह स्वामी विवेकानंद के जन्म का दिन है। स्वामी जी के दर्शन और विचार युवाओं के लिए प्रेरणादायक हैं। उनके विचारों से जीवन में संघर्ष करने की शक्ति मिलती है।” उन्होंने युवाओं को अपनी संस्कृति को समझने और स्वामी विवेकानंद के विचारों को आत्मसात करने की सलाह दी।

स्वामी जी ने युवावस्था को जीवन की सबसे महत्वपूर्ण अवस्था बताते हुए कहा कि इस समय का उपयोग मानसिक, शारीरिक और सांसारिक विकास के लिए किया जाना चाहिए।


युवाओं के लिए मार्गदर्शन

डॉ. एन.के. चौरे, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, बिलासपुर ने स्वागत भाषण में कहा कि स्वामी विवेकानंद एक महान दार्शनिक और उत्कृष्ट शिक्षाविद् थे। उनके कर्म प्रधान मार्ग पर चलना ही उनके विचारों को आत्मसात करना है। उन्होंने कहा कि युवा समाज को नई ऊर्जा और सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में ले जाने की क्षमता रखते हैं।

रासेयो कार्यक्रम अधिकारी अजीत विलियम्स ने कहा, “युवा सशक्तिकरण केवल व्यक्तिगत विकास का माध्यम नहीं है, बल्कि यह पूरे राष्ट्र की प्रगति का आधार भी है। युवाओं को सही दिशा और संसाधन देकर समाज और देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जा सकता है।”


प्रतियोगिताओं का आयोजन

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि स्वामी सेवाव्रतानंद महाराज ने मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से किया।

राष्ट्रीय युवा दिवस की 40वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में छात्रों के लिए “राष्ट्र निर्माण के लिए युवा सशक्तिकरण” विषय पर भाषण प्रतियोगिता और “विकसित भारत लक्ष्य 2047” विषय पर रंगोली और चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई।

स्वामी सेवाव्रतानंद महाराज का प्रेरणादायक संबोधन
मुख्य अतिथि स्वामी सेवाव्रतानंद महाराज ने मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से किया।

भाषण प्रतियोगिता

प्रतियोगिता में चंचल गावड़े, श्वेता टंडन, मानसी चंद्राकर, प्रियांशु तिवारी, पी. दीपिका, प्रियांशी वर्मा, अर्तिफ अली शाह, श्रेयांश श्रीवास्तव, जितेश्वर साहू, हरिचंद साहू और मुकेश कुमार पटेल ने प्रभावशाली प्रस्तुतियां दीं।

चित्रकला प्रतियोगिता

चित्रकला प्रतियोगिता में श्वेता टंडन, रश्मि कैवर्त्य, आशीष पटेल और योगेश सिदार ने अपनी तूलिका से कल्पना को मूर्त रूप दिया।

पुरस्कार वितरण

मुख्य अतिथि ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।


आयोजन का समापन और सहयोग

कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक/कार्यक्रम अधिकारी अजीत विलियम्स ने किया और धन्यवाद ज्ञापन अर्चना केरकेट्टा द्वारा दिया गया।

राष्ट्रीय युवा दिवस के सफल आयोजन में डॉ. एस.एल. स्वामी, आर.के.एस. तोमर, एस.के. वर्मा, अजय टेगर, अर्चना केरकेट्टा, विनोद निर्मलकर और संतोष चंद्राकर सहित कई अन्य सदस्यों ने योगदान दिया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और इसे सफल बनाया।


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