छत्तीसगढ़ के एक सरकारी विद्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में अनूठा नवाचार देखने को मिल रहा है। यहां बच्चों के द्वारा ‘बाल समाचार पत्र’ का प्रकाशन किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस पत्रिका का सम्पादन और रिपोर्टिंग बच्चों द्वारा ही की जाती है, जिससे बच्चों में नेतृत्व क्षमता, लेखन कौशल और आत्मविश्वास का विकास हो रहा है।
विद्यालय में प्रत्येक पंद्रह दिनों पर बच्चों द्वारा अपने आस-पास की घटनाओं, पर्व-त्योहारों, खेल गतिविधियों और अन्य विषयों पर लेखन किया जाता है। इसके लिए बच्चे खुद से अपनी भाषा में समाचार तैयार करते हैं और शनिवार को प्रार्थना के बाद माइक के माध्यम से क्रमवार तरीके से अपने समाचार प्रस्तुत करते हैं। इसके बाद सभी रिपोर्टर अपने-अपने समाचारों को सम्पादक के पास जमा करते हैं, जो अपने मार्गदर्शक शिक्षक कलेश्वर साहू की मदद से इन समाचारों को एकत्रित कर एक संगठित बाल समाचार पत्र का रूप देते हैं।
विद्यालय के शिक्षक कलेश्वर साहू इस पूरे कार्य का मार्गदर्शन करते हैं और बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए उत्कृष्ट समाचार, अच्छी लेखन शैली और शुद्ध वर्तनी के आधार पर उन्हें पुरस्कृत भी करते हैं। इस नवाचार का मुख्य उद्देश्य बच्चों में भाषा साक्षरता और लेखन कौशल का विकास करना, मौखिक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देना, और बच्चों के भीतर भय-मुक्त वातावरण तैयार करना है।
कलेश्वर साहू द्वारा विद्यालय में FLN (Foundational Literacy and Numeracy) के अंतर्गत बच्चों में विभिन्न दक्षताओं को विकसित करने के लिए इस प्रकार के नवाचार किए जा रहे हैं, जिससे बच्चों को भाषा के साथ-साथ अन्य शैक्षणिक कौशल में भी सशक्त बनाया जा सके।
Discover more from VPS Bharat
Subscribe to get the latest posts sent to your email.