कोरबा जिले में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें एक शासकीय प्रधान पाठिका ने अपनी बेटी का चयन पंडित जवाहरलाल नेहरू उत्कर्ष योजना 2022-23 में करवाया। इस मामले में कलेक्टर अजीत बसंत ने जांच के आदेश दिए थे, जिसके परिणामस्वरूप शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है।
घोटाले का खुलासा
करतला ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक शाला परानुपारा की प्रधानपाठिका रश्मिन खुटे ने अपनी बेटी रानी खुटे का चयन उत्कर्ष योजना में करवाया। इस चयन को उन्होंने जानबूझकर गलत जानकारी छुपाकर और सत्य को छेड़छाड़ करते हुए करवा लिया। इस घोटाले के बारे में जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए, और विकासखंड शिक्षा अधिकारी करतला ने इस मामले की जांच की।
जांच में दोषी पाया गया
जांच में कलेक्टर के आदेश पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी करतला ने मामले की गहराई से जांच की, जिसमें मामला प्रमाणित पाया गया। इसके बाद प्रधान पाठिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उनका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया।
निलंबन की कार्रवाई
इसके बाद, कलेक्टर अजीत बसंत ने रश्मिन खुटे को निलंबित करने के आदेश दिए। इसके बाद, डीईओ ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1966 के तहत निलंबन की प्रक्रिया शुरू करते हुए प्रधान पाठिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
निलंबन अवधि में मुख्यालय
निलंबन के दौरान रश्मिन खुटे का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी करतला कार्यालय को नियत किया गया है। कलेक्टर द्वारा निलंबन को अनुमोदित कर दिया गया है।
यह कार्रवाई शासन के नियमों के तहत की गई है, और यह छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक ईमानदारी को बनाए रखने के लिए एक कड़ी चेतावनी के रूप में सामने आई है।
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