👇 खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं
सुरक्षा ड्यूटी के दौरान ट्रेनों में गांजा तस्कारी करने वाले आरोपी पुलिस आरक्षकों की डेढ़ करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति को जब्त किया गया है। यह कार्रवाई जीआरपी थाने में पदस्थ पुलिस आरक्षकों के खिलाफ की गई है, जिन्होंने ट्रेन में पेट्रोलिंग चेकिंग ड्युटी के दौरान गांजा तस्करी का अवैध धंधा किया था। इन आरोपियों ने अपनी संपत्ति को अवैध रूप से अर्जित किया और उसे बेनामी खातों में जमा किया। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में अभियोग पत्र पेश किया गया है।
आरोपियों का तरीका
आरोपी चारों आरक्षकों द्वारा महासमुंद, रायपुर, दुर्ग, गोंदिया, चांपा, सक्ति, रायगढ़ आदि स्थानों पर ट्रेन में पेट्रांेलिंग चेकिंग ड्यूटी के दौरान निजी व्यक्तियों को अपने साथ लेकर जाते थे। जब ट्रेन में गांजा बरामद होता था, तो वे इन निजी व्यक्तियों के माध्यम से गांजा की सप्लाई करते थे। यह तस्करी ट्रेन में चुपके से चलती थी और उन्हें गांजा बिक्री के लिए अपने सहयोगियों को ट्रेन में बुला कर सप्लाई कर दी जाती थी।
पुलिस की कार्रवाई
23 अक्टूबर को जीआरपी थाना बिलासपुर में आरोपी योगेश सोंधिया और रोहित द्विवेदी के कब्जे से 20 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा जब्त कर एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया। इसके बाद जांच में यह पाया गया कि जीआरपी थाना में पदस्थ आरक्षक लक्ष्मण गाईन, मन्नु प्रजापति, संतोष राठौर और सौरभ नागवंशी गांजा तस्करी के अवैध कारोबार में शामिल थे। इन आरोपियों ने गांजा पकड़ने के बाद इसे बिक्री के लिए अपने सहयोगी योगेश उर्फ गुड्डु, श्यामधर उर्फ छोटु को उपलब्ध कराया।
पुलिस द्वारा जब्त की गई संपत्ति
एसपी रजनेश सिंह के नेतृत्व में नशे के अवैध तस्करों की जड़ तक पहुंचने का अभियान जारी है। आरोपियों के खिलाफ वित्तीय जांच के तहत कार्रवाई की जा रही है। इन आरोपियों ने अवैध रूप से अर्जित राशि को खुद के और बेनामी बैंक खातों में नगद और ऑनलाइन प्राप्त किया था। इसके जरिए उन्होंने करोड़ों की संपत्ति और लक्जरी वाहन खरीदी थी, जिसे अब एनडीपीएस एक्ट के तहत जब्त किया गया है। इस मामले में मुंबई के सफेमा कोर्ट में भी रिपोर्ट भेजी जा रही है।
संपत्तियों की सूची
आरोपियों के पास कई संपत्तियाँ थीं, जिन्हें पुलिस ने जब्त किया। इनमें शामिल हैं:
- लक्ष्मण गाईन व कृष्णा गाईन का 1600 वर्गफुट भुखण्ड, जिसकी अनुमानित बाजार मुल्य करीब 50 लाख रुपए है।
- संतोष राठौर का 5232 वर्गफीट भुखण्ड, जिसकी अनुमानित बाजार मुल्य करीब 10 लाख रुपए है।
- मन्नू प्रजापति का 1250 वर्गफुट भुखण्ड, जिसका अनुमानित बाजार मुल्य करीब 15 लाख रुपए है।
- कुसुम प्रजापति और मन्नू प्रजापति का 1428 वर्गफुट भुखण्ड, जो लगभग 40 लाख रुपए का है।
इसके अलावा, मन्नू प्रजापति के पास भी 1000 वर्गफुट भुखण्ड है, जिसकी अनुमानित बाजार मुल्य करीब 10 लाख रुपए है।
पुलिस ने जब्त किए वाहन
आरोपियों द्वारा अवैध संपत्ति के रूप में लक्जरी वाहन भी खरीदी गई थी, जिन्हें पुलिस ने जब्त किया है:
- मोसा हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल, जिसकी कीमत लगभग 2 लाख 80 हजार रुपए है। यह वाहन लक्ष्मण गाईन ने अपने साले के नाम पर खरीदी थी।
- टाटा सफारी-7 एस वाहन, जिसकी कीमत करीब 20 लाख रुपए है। यह भी लक्ष्मण गाईन द्वारा अपने साले के नाम पर खरीदी गई थी।
- हुण्डई वेन्यू कार, जिसकी कीमत करीब 5 लाख रुपए है, जो संतोष राठौर ने स्वयं के उपयोग हेतु खरीदी थी।
पुलिस की सराहना
इस पूरे मामले में एसपी रजनेश सिंह द्वारा नशे के अवैध तस्करों की जड़ तक पहुंचने वाली टीम की सराहना की गई है। इस टीम के द्वारा किए गए वित्तीय जांच और “इंड-टू-इंड” कार्यवाई को लेकर उन्हें उचित पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
यह मामला यह दर्शाता है कि पुलिस विभाग न केवल गांजा तस्करी के मामलों में प्रभावी कार्रवाई कर रहा है, बल्कि अवैध संपत्तियों को भी जब्त कर तस्करों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है।
Discover more from VPS Bharat
Subscribe to get the latest posts sent to your email.