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शानदार प्रदर्शन से भारत ने एक और इतिहास रचा
भारत ने रविवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से हराकर दूसरी बार U-19 महिला T20 विश्व कप का खिताब जीतने में ऐतिहासिक जीत हासिल की। इस शानदार जीत ने यह भी दिखाया कि भारतीय महिला क्रिकेट का युवा ढांचा कितना मजबूत और सटीक है। फाइनल में भारत ने एक बार फिर अपनी दबदबा क्षमता का परिचय दिया और 52 गेंदों शेष रहते मैच जीत लिया। इसके साथ ही भारत पहली टीम बन गया जो बिना कोई मैच गंवाए टूर्नामेंट जीतने में सफल रहा।
गोंगड़ी त्रिशा का आलराउंड प्रदर्शन
इस मैच की स्टार खिलाड़ी रही आलराउंडर गोंगड़ी त्रिशा, जिन्होंने गेंदबाजी में 3/15 के आंकड़े के बाद 33 गेंदों पर 44 रन बनाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।
दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी असफल रही
दक्षिण अफ्रीका, जिसका नेतृत्व केली रेनेके कर रही थीं, ने पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन यह निर्णय तुरंत ही गलत साबित हुआ। भारत की तीन स्पिन गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका को 82 रन पर समेट दिया।
आयुषी शुक्ला और त्रिशा की शानदार गेंदबाजी
लेफ्ट-आर्म स्पिनर आयुषी शुक्ला ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4-2-9-2 के आंकड़े के साथ 2 विकेट झटके, जबकि लेग स्पिनर त्रिशा ने भी गेंद से कमाल दिखाया और अपनी आलराउंड क्षमता को साबित करते हुए तीन विकेट लिए।
भारत की मजबूत शुरुआत और सनीका की जीत की पटकी
भारत की शुरुआत भी मजबूत रही, त्रिशा ने शानदार बल्लेबाजी की और आठ चौकों के साथ नाबाद 44 रन बनाकर भारत को जीत के करीब पहुंचाया। उपकप्तान सनीकाचालके (26 नाबाद; 22 गेंदों में 4 चौके) ने आखिरी गेंदों में जोरदार शॉट्स खेलते हुए जीत को सुनिश्चित किया और भारतीय खिलाड़ी त्रिकोणीय ध्वज के साथ उत्सव मनाने लगे। सनीका ने मैच के बाद कहा, “मैंने पिछले दो सालों से इस पल का सपना देखा था और मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि मैंने जीत के रन बनाए। मेरी टीम के समर्थन ने बड़ा फर्क डाला और यह पल हमेशा याद रहेगा।”
दक्षिण अफ्रीका की लगातार मुश्किलें और भारत की शानदार गेंदबाजी
भारत ने शुरुआत में ही दक्षिण अफ्रीका को दबाव में डाल दिया। लेफ्ट-आर्म स्पिनर पारुणिका (4-0-6-2) ने तुरंत सफलता दिलाते हुए सिमोन लॉरेन्स को शून्य पर आउट किया। इसके बाद शबनम शकील (2-0-7-1) ने जेम्मा बोथा को आउट किया, जिससे दक्षिण अफ्रीका 20/2 पर पहुंच गया। आयुषी शुक्ला ने फिर डायरा रामलाकन को बोल्ड करके दक्षिण अफ्रीका की मुश्किलें और बढ़ा दीं।
भारत की पारी और विजय की दिशा में बढ़ते कदम
दक्षिण अफ्रीका ने कप्तान केली रेनेके (7) के साथ कुछ समय के लिए संघर्ष किया, लेकिन त्रिशा ने उन्हें भी आउट कर दिया। उन्होंने मिके वैन फोर्स्ट (23) को स्टंप कर के सातवें विकेट के लिए 30 रन की साझेदारी तोड़ी। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के दोनों बल्लेबाज, फे काउलिंग (15; 20 गेंदों) और मिके वैन फोर्स्ट, ने कुछ प्रतिरोध दिखाया, लेकिन अंततः भारत ने दक्षिण अफ्रीका को आखिरी गेंद पर आउट कर दिया।
भारत की बिना हार के विजयी यात्रा
भारत ने अपनी पारी की शुरुआत भी मजबूत की और त्रिशा के आक्रामक शॉट्स और कामलिनी जी के सहयोग से लक्ष्य का पीछा करना शुरू किया। हालांकि कामलिनी को 8 रन पर आउट कर दिया गया, लेकिन संिका और त्रिशा ने मिलकर लक्ष्य को पूरा किया।
भारत की विजयी यात्रा और टूर्नामेंट की शानदार शुरुआत
भारत की टीम ने शानदार अभियान के साथ सभी ग्रुप मैचों में जीत हासिल की थी और सुपर सिक्स में बांग्लादेश और स्कॉटलैंड को हराया। सेमीफाइनल में भी भारत ने इंग्लैंड को बड़े अंतर से हराकर अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा।
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