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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर माइकल वॉल्ट्ज से मुलाकात की। पीएम मोदी वर्तमान में वॉशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में ठहरे हुए हैं, जो अमेरिका के राष्ट्रपति के विशेष अतिथि गृह के रूप में जाना जाता है।
व्यापार और प्रवासियों पर चर्चा संभव
पीएम मोदी जल्द ही स्पेसएक्स और टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क और भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी से मुलाकात करेंगे। इसके बाद, वे व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
वाशिंगटन पहुंचते ही प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
अहम मुद्दों पर होगी वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप ओवल ऑफिस में मुलाकात करेंगे। भारतीय समयानुसार यह बैठक सुबह के समय होगी। इस दौरान व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा और प्रवासियों से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा होने की संभावना है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले ही परस्पर शुल्क (Reciprocal Tariffs) की चेतावनी दी है। ऐसे में देखना होगा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी इस व्यापारिक टकराव को टालने और अमेरिका के साथ एक नया व्यापार समझौता करने में सफल हो पाते हैं या नहीं। साथ ही, अमेरिका द्वारा अवैध भारतीय प्रवासियों के निर्वासन का मुद्दा भी वार्ता में प्रमुख रहेगा।
डिनर और प्रेस कॉन्फ्रेंस
बैठक के बाद, व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम में दोनों नेता संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में औपचारिक रात्रिभोज (डिनर) का आयोजन करेंगे।
ट्रंप प्रशासन और वैश्विक प्रभाव
डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की अभी शुरुआत ही हुई है, लेकिन इसका वैश्विक प्रभाव दिखने लगा है। इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी उन चुनिंदा वैश्विक नेताओं में शामिल हैं, जो ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद उनसे व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर रहे हैं।

मोदी की यह यात्रा न केवल भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने का अवसर है, बल्कि यह आगामी चार वर्षों के लिए द्विपक्षीय सहयोग की दिशा भी तय कर सकती है।
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