👇 खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं
कांकेर: जिले के खण्ड शिक्षा अधिकारी (BEO) कार्यालय में तैनात दो महिला लिपिकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। इन दोनों कर्मचारियों पर आरोप है कि वे पेंशन प्रकरणों के लिए पैसे की डिमांड कर रही थीं। यह मामला तब सामने आया जब दोनों के बीच पैसों के लेन-देन से संबंधित एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ।
बीते दिनों यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें इन दोनों महिला लिपिकों – जागृति साहू और दीपा निषाद – के बीच पैसों की मांग की बातचीत सुनाई दे रही थी। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) ने इस गंभीर मामले को संज्ञान में लिया और तत्काल प्रभाव से दोनों कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की।
गौरतलब है कि इन दोनों महिला लिपिकों को शो कॉज नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन उनकी तरफ से कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर उनके कृत्य को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के खिलाफ पाया गया। इसके बाद दोनों को निलंबित करने का निर्णय लिया गया।
निलंबन की अवधि में जागृति साहू का मुख्यालय भानुप्रतापपुर और दीपा निषाद का मुख्यालय नरहरपुर निर्धारित किया गया है। निलंबन के दौरान इन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
इस घटना ने सरकारी विभागों में कर्मचारियों के आचार-व्यवहार और कार्यों के प्रति पारदर्शिता की आवश्यकता को एक बार फिर से उजागर किया है।
Discover more from VPS Bharat
Subscribe to get the latest posts sent to your email.