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युवा महोत्सव केवल एक आयोजन नहीं है, बल्कि यह युवाओं के जीवन को नई दिशा देने का एक माध्यम है – श्री तोखन साहू
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आयोजित राज्य युवा महोत्सव के समापन एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में आज केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने भाग लिया। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए स्वामी विवेकानंद की प्रेरक शिक्षाओं और उनके प्रभाव पर चर्चा की।
स्वामी विवेकानंद: एक महान प्रेरणा स्रोत – श्री तोखन साहू
श्री साहू ने कहा कि स्वामी विवेकानंद केवल भारतीय संस्कृति और सभ्यता के दूत नहीं थे, बल्कि उन्होंने विश्व मंच पर भारत की आध्यात्मिक शक्ति को प्रस्तुत किया। 12 जनवरी को उनके जन्मदिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की परंपरा उनके विचारों की प्रासंगिकता को दर्शाती है।
उन्होंने कहा, “स्वामी विवेकानंद का जीवन और उनके विचार युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनकी शिक्षाएं आत्मनिर्भरता, आत्मशक्ति, और अनुशासन की भावना को प्रोत्साहित करती हैं। उनका ‘उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए’ का संदेश आज भी युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।”
स्वामी विवेकानंद और उनकी शिक्षाएं
स्वामी विवेकानंद ने धर्म, शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्रों में क्रांति लाई। उनके विचारों ने यह सिखाया कि हर युवा के अंदर असीम शक्तियां हैं, जिन्हें पहचाना और उपयोग किया जाना चाहिए। 1893 में शिकागो की धर्म संसद में उनके भाषण ने भारतीय संस्कृति को विश्व पटल पर गौरवान्वित किया।
स्वामी विवेकानंद के प्रमुख संदेश:
- आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता दें।
- समाज की सेवा करें।
- अनुशासन और धैर्य को जीवन का हिस्सा बनाएं।
- चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास के साथ करें।
श्री तोखन साहू – युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद के विचारों की प्रासंगिकता
श्री साहू ने कहा कि वर्तमान समय में, जब युवा अनेक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, विवेकानंद की शिक्षाएं और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई हैं। उनकी विचारधारा युवाओं को आत्मनिर्भर बनने, अपनी जिम्मेदारियों को समझने, और देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करती है।
उद्धरण:
“युवाओं को केवल अपने लिए नहीं, बल्कि समाज के लिए जीना चाहिए। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को यही सिखाया कि उनकी ऊर्जा और शक्ति देश के निर्माण में लगनी चाहिए।”
भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में युवाओं की भूमिका
कार्यक्रम के दौरान श्री साहू ने प्रधानमंत्री के विकसित भारत के सपने को साकार करने में युवाओं की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमारे प्रधानमंत्री का यह विश्वास है कि युवा शक्ति के सामर्थ्य से भारत को जल्द ही विकसित राष्ट्र बनाया जा सकता है। युवा ऊर्जा को सही दिशा में लगाकर हम देश को उन्नति के शिखर पर ले जा सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि युवा महोत्सव जैसे कार्यक्रमों का उद्देश्य केवल प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना नहीं, बल्कि युवाओं में स्वामी विवेकानंद के विचारों और उनके जीवन की शिक्षाओं को जगाना है।
युवा महोत्सव: एक सशक्त पहल
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आयोजित यह युवा महोत्सव युवाओं के अंदर छिपी प्रतिभाओं को उजागर करने और उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने का अवसर प्रदान करता है।
श्री साहू ने कहा, “युवा महोत्सव केवल एक आयोजन नहीं है। यह युवाओं के जीवन को नई दिशा देने का माध्यम है। यह मंच उन्हें अपने कौशल, आत्मविश्वास, और सामाजिक उत्तरदायित्व को समझने का अवसर देता है।”
श्री तोखन साहू ने किया पुरस्कार वितरण और समापन
कार्यक्रम के समापन पर श्री साहू ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता युवाओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे अपने जीवन में स्वामी विवेकानंद के विचारों को आत्मसात करें और देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
निष्कर्ष
स्वामी विवेकानंद के विचार आज भी युवाओं के लिए एक मार्गदर्शक हैं। उनकी शिक्षाओं का अनुसरण कर युवा न केवल अपने व्यक्तिगत जीवन को सफल बना सकते हैं, बल्कि भारत को एक मजबूत और विकसित राष्ट्र के रूप में भी स्थापित कर सकते हैं।
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