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छत्तीसगढ़ की बेटी निशा यादव अब अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर तिरंगा फहराने के लिए तैयार है। निशा की यह यात्रा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मदद से संभव हो रही है। शुक्रवार की सुबह निशा के लिए किसी सपने के सच होने जैसी थी, जब मुख्यमंत्री का फोन आया और उन्होंने निशा के पर्वतारोहण सपनों को साकार करने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा
मुख्यमंत्री ने निशा से कहा:
- “आपको किलिमंजारो चढ़ना है, खर्च की चिंता न करें।”
- “छत्तीसगढ़ सरकार आपके साथ खड़ी है। हर बेटी का सपना पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है।”
निशा ने यह सुनकर अपनी भावनाएं साझा करते हुए बताया कि यह उसके लिए अविश्वसनीय पल था। आर्थिक तंगी के कारण वह चिंतित थी, लेकिन मुख्यमंत्री के आश्वासन ने उसकी सारी परेशानियों को दूर कर दिया।
निशा का पर्वतारोहण का सफर
- निशा ने पहले माउंट एलब्रुस (यूरोप की सबसे ऊंची चोटी) की चढ़ाई पूरी की है।
- अब वह किलिमंजारो फतह करना चाहती हैं।
- उनका अंतिम सपना माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने का है।
निशा ने पर्वतारोहण की चुनौतियों और रोमांच के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पर्वत की चोटियों पर तिरंगा फहराना गर्व का पल होता है।
निशा का संघर्ष और मुख्यमंत्री का समर्थन

निशा ने कहा:
- “मेरे पिता ऑटो चालक हैं, और मेरे सपनों को पूरा करना उनके लिए मुश्किल था।”
- “मुख्यमंत्री जी के समर्थन ने मेरी सारी चिंताओं को दूर कर दिया।”
मुख्यमंत्री ने निशा की सराहना करते हुए कहा:
- “आर्थिक हालात हौसले को पस्त नहीं कर सकते। आपका आत्मविश्वास और जुनून आपको अपने लक्ष्य तक जरूर पहुंचाएगा।”
- उन्होंने निशा को शुभकामनाएं दीं और कहा कि छत्तीसगढ़ को अपनी बेटियों पर गर्व है।
निशा की प्रेरणा
निशा यादव छत्तीसगढ़ और देश के लिए एक प्रेरणा हैं। उनका आत्मविश्वास और साहस यह साबित करता है कि यदि सपनों को पूरा करने का जुनून हो, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। निशा की किलिमंजारो यात्रा छत्तीसगढ़ की बेटियों के लिए गर्व का क्षण होगी।