👇 खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं
बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में 1 दिसंबर 2024, रविवार को इस्कॉन द्वारा विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बांग्लादेश में मानवाधिकारों के उल्लंघन और हिंसा के खिलाफ शांति, सुरक्षा और सद्भाव का संदेश देना था।
विशेष प्रार्थना सभा में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भागीदारी
प्रार्थना सभा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना की कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों को सुरक्षा मिले और उनके जीवन में स्थिरता और शांति बनी रहे। इस अवसर पर हरे कृष्ण महामंत्र के कीर्तन और वैष्णव स्तुतियों के साथ नरसिंह देव से विशेष प्रार्थनाएं अर्पित की गईं।
शांति और सद्भाव का संदेश
प्रेम हरि नाम प्रभु जी का संबोधन
इस्कॉन कानपुर मंदिर के अध्यक्ष प्रेम हरि नाम प्रभु जी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस्कॉन पिछले 50 वर्षों से अधिक समय से मानवता और भक्ति के संदेश का प्रचार कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस्कॉन विश्वभर में मानवता का शुभचिंतक और भारतीय आध्यात्मिक सभ्यता का प्रतीक रहा है। संकट के समय इस्कॉन ने प्राकृतिक आपदाओं और अन्य समस्याओं में समाज सेवा के कई प्रयास किए हैं।
बांग्लादेश में स्थिति पर चिंता
प्रभु जी ने बांग्लादेश में वर्तमान स्थिति को दुखद बताया और कहा कि ऐसे समय में शांति और सद्भाव का संदेश फैलाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रार्थना सभा के माध्यम से सभी ने यह संकल्प लिया कि वे समाज में प्रेम, एकता और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य करेंगे।
सभा का उद्देश्य और भविष्य की दिशा
इस कार्यक्रम ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट होने का संदेश दिया। इस्कॉन कानपुर का यह कदम शांति, सद्भाव और एकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। इस तरह के आयोजनों से न केवल धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा मिलता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों की रक्षा के लिए भी जागरूकता उत्पन्न होती है।
Discover more from VPS Bharat
Subscribe to get the latest posts sent to your email.