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बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट, जो 1 मार्च 2021 से अपनी सेवाएं दे रहा है, अब तक 1 लाख 15 हजार से अधिक यात्रियों को हवाई यात्रा की सुविधा प्रदान कर चुका है। यह आंकड़ा नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों पर आधारित है।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बताया कि इन साढ़े तीन वर्षों में अधिकतर समय केवल एक फ्लाइट ऑपरेट होने के बावजूद यात्रियों की संख्या में यह वृद्धि उत्साहजनक है। समिति का मानना है कि नई उड़ानें शुरू होने पर बिलासपुर एयरपोर्ट का और अधिक विकास होगा।
फ्लाइट रद्द होने के बावजूद बढ़ा यात्री आंकड़ा
शुरुआती दो सालों में खराब मौसम और दृश्यता की कमी के कारण कई बार फ्लाइट रद्द करनी पड़ी। इसके बावजूद, इस अवधि में यात्रियों की संख्या का बढ़ना यह साबित करता है कि क्षेत्र के लोग हवाई यात्रा को प्राथमिकता देते हैं।
बिलासा एयरपोर्ट के महत्व को रेखांकित किया गया
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने कहा कि पर्याप्त बुनियादी सुविधाओं के अभाव और फ्लाइट के अनियमित संचालन के बावजूद बड़ी संख्या में लोग बिलासा एयरपोर्ट से यात्रा करना पसंद करते हैं। यदि यहां सभी उड़ानों का नियमित संचालन हो और बुनियादी सुविधाओं को सुधार दिया जाए, तो यह एयरपोर्ट एक सफल मॉडल बन सकता है।
एयरपोर्ट पर सुविधाओं का अभाव

समिति ने एयरपोर्ट पर कई बुनियादी सुविधाओं की कमी को उजागर किया:
- परिवहन की समस्या: यात्रियों को एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए टैक्सी की नियमित उपलब्धता नहीं है।
- कैंटीन और टॉयलेट की कमी: यात्रियों और उनके साथ आए लोगों के लिए खाने और आराम की कोई सुविधा नहीं है।
- कन्वेयर बेल्ट का अभाव: सामान लाने-ले जाने के लिए कन्वेयर बेल्ट जैसी बुनियादी सुविधा भी नहीं है।
- बारिश के दिनों की व्यवस्था: एलाइंस एयर द्वारा विमान तक पहुंचने के लिए बस की सुविधा प्रदान नहीं की गई है।
समिति का धरना और मांगें
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने शनिवार को एक महा धरना आयोजित किया। इसमें अनिल गुलहरे, रवि बनर्जी, डॉ. प्रदीप राही सहित कई अन्य सदस्य शामिल हुए। उन्होंने मांग की कि एयरपोर्ट पर बुनियादी सुविधाओं को तत्काल प्रभाव से सुधारने के लिए कदम उठाए जाएं।
नए टर्मिनल के विस्तार में कन्वेयर बेल्ट, टॉयलेट और कैंटीन की व्यवस्था करने की अपील भी की गई।
बिलासपुर एयरपोर्ट के लिए उज्जवल भविष्य की उम्मीद
समिति ने जोर दिया कि सुविधाओं में सुधार और नई उड़ानों के जुड़ने से बिलासपुर का एयरपोर्ट क्षेत्र में परिवहन और पर्यटन को बढ़ावा देगा। यह एयरपोर्ट न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक साबित होगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देगा।