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रायपुर स्थित सेंट्रल जीएसटी कार्यालय में शुक्रवार को CBI ने छापा मारकर भ्रष्टाचार के गंभीर मामले का खुलासा किया। इस दौरान CGST अधीक्षक भरत सिंह और विनय राय को गिरफ्तार किया गया। CBI की टीम ने दोनों अधिकारियों को तेलीबांधा स्थित करेंसी टावर के पास जाल बिछाकर हिरासत में लिया।
रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा
विनय राय को कारोबारी लाल चंद अठवानी से 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। शनिवार को CBI ने दोनों अधिकारियों को विशेष कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया।
34 लाख की रिश्वत की थी मांग
सूत्रों के मुताबिक, यह मामला 31 जनवरी 2025 को दर्ज किया गया था, जिसमें अधीक्षक भरत सिंह और विनय राय पर 34 लाख की रिश्वत मांगने का आरोप था। यह रिश्वत दुर्ग के ‘द वर्ल्ड ऑफ ब्यूटी’ के मालिक लाल चंद अठवानी से मांगी गई थी।
कोर्ट में पेशी और 5 दिन की रिमांड
गिरफ्तारी के बाद शनिवार को CBI ने दोनों अधिकारियों को विशेष अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया। CBI अधिकारियों के अनुसार, इस मामले में कई और संदिग्धों के शामिल होने की आशंका है, जिन्हें पूछताछ के लिए जल्द ही समन भेजा जा सकता है। अगली सुनवाई 5 फरवरी को होगी।

भ्रष्टाचार पर CBI की सख्त नजर
इस छापेमारी से यह स्पष्ट हो गया है कि CBI भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए पूरी तरह से सक्रिय है। सरकारी दफ्तरों में चल रहे रिश्वतखोरी के मामलों को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले भी CBI ने कई बड़े भ्रष्टाचार के मामलों का खुलासा किया है और अधिकारियों को सलाखों के पीछे भेजा है।
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