Ad Image

Contact on vpsbharat24@gmail.com for your ad

हाईकोर्ट ने विधायक देवेंद्र यादव की जमानत याचिका खारिज की

👇 खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद भिलाई विधायक देवेंद्र यादव की जमानत याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। जस्टिस एनके व्यास की सिंगल बेंच ने शुक्रवार को यह फैसला सुनाया। इस निर्णय के बाद अब विधायक को राहत नहीं मिल पाई है।


पुलिस का दावा – देवेंद्र के खिलाफ पर्याप्त सबूत, गवाह और वीडियो

विधायक देवेंद्र यादव के वकील ने कोर्ट में अपनी दलील दी थी कि उनके क्लाइंट का इस घटना से कोई संबंध नहीं है। वकील ने यह भी दावा किया कि राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने उन्हें आरोपी बनाया है और वे घटना के समय मौके पर मौजूद नहीं थे। साथ ही, उनके खिलाफ पुलिस के पास कोई ठोस सबूत नहीं हैं।

इसके बावजूद, पुलिस ने विधायक के खिलाफ सबूत, गवाह और वीडियो के आधार पर आरोप लगाए हैं। पुलिस का कहना है कि इन सबूतों के आधार पर विधायक को हिंसा भड़काने का आरोपी बनाया गया है।


आगजनी, तोड़फोड़ और हिंसा के मामले में आरोपी

बलौदाबाजार हिंसा मामले में विधायक देवेंद्र यादव को आगजनी, तोड़फोड़ और हिंसक प्रदर्शन के आरोप में आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने मामले में 4 बार नोटिस जारी किया, लेकिन विधायक ने बयान देने से मना कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।


449 पेज का आरोपपत्र

मामले की जांच में पुलिस ने देवेंद्र यादव और ओमप्रकाश बंजारे के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में 449 पेज का आरोपपत्र पेश किया है।


4 माह से जेल में, अब अस्पताल में भर्ती

विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस ने 17 अगस्त को भिलाई से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से उनकी न्यायिक रिमांड लगातार बढ़ी। वे रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद थे, लेकिन हाल ही में उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका ऑपरेशन किया गया है।

इस बीच, विधायक ने जमानत के लिए कई बार अर्जी दी, लेकिन उन्हें जमानत नहीं मिल पाई।


पुलिस का दावा – पर्याप्त सबूत और गवाह

पुलिस का कहना है कि देवेंद्र यादव के खिलाफ पर्याप्त सबूत और गवाह मौजूद हैं, जो उनके खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप साबित करते हैं। इसके अलावा पुलिस के पास कुछ वीडियो भी हैं, जो इस मामले की सच्चाई को उजागर करने में मददगार हैं।


Discover more from VPS Bharat

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Related Posts

टोल टैक्स बचाने की कोशिश में बड़ा हादसा, गांव की सड़क पर दौड़ रहा था ट्रेलर

रतनपुर के लिम्हा गांव में एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर दिया। टोल टैक्स बचाने के चक्कर में बेकाबू ट्रेलर एक घर में जा घुसा, जिससे 4 साल की मासूम सौम्या की मौत हो गई और चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना ने सड़क सुरक्षा और जिम्मेदारी की अनदेखी के खतरों को फिर से उजागर किया। पुलिस ने ट्रेलर चालक को गिरफ्तार कर लिया है, और घायलों का इलाज जारी है।

पेंशन प्रकरण में पैसों की डिमांड करने वाली दो महिला लिपिकों पर गिरी निलंबन की गाज

कांकेर जिले के खण्ड शिक्षा अधिकारी (BEO) कार्यालय में तैनात दो महिला लिपिकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। इन दोनों पर आरोप है कि वे पेंशन मामलों के लिए पैसे की मांग कर रही थीं। यह मामला तब उजागर हुआ जब दोनों के बीच पैसों के लेन-देन का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिससे कार्यालय में काफी हलचल मच गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *