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शहीद वीर नारायण सिंह की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित
आदिवासी बालक-बालिका छात्रावास, जरहाभाठा में शहीद वीर नारायण सिंह जी की 167वीं पुण्यतिथि पर एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के संसदीय कार्य, वन एवं जलवायु परिवर्तन, कौशल विकास एवं सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप ने शहीद वीर नारायण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
आदिवासी समाज का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए श्री केदार कश्यप ने आदिवासी समाज के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को सराहा। उन्होंने कहा, “आदिवासी समाज ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन्होंने सदैव जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए संघर्ष किया, और यही कारण है कि आज हम इन प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित देख पा रहे हैं।”
छत्तीसगढ़ सरकार का आदिवासी समाज के लिए कदम
कश्यप जी ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आदिवासी समाज से आते हैं और उन्होंने इस समाज के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने आदिवासी वन पट्टा अधिकार देने की योजना को लागू कर जनजातीय समुदाय को सुदृढ़ करने का कार्य किया है। इसके अलावा, 70 प्रकार से अधिक वनोपजों की खरीदी की जा रही है, जिससे जनजातीय समुदाय को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जाएगा।
आदिवासी बच्चों को दी गई प्रेरणा
श्री कश्यप ने छात्रावास में उपस्थित बालक-बालिकाओं से कहा, “हमें अपने पूर्वजों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना है और अपने माता-पिता एवं गुरूजनों का नाम रोशन करना है। हमें अपनी संस्कृति को बचाए रखते हुए पाश्चात्य देशों के प्रभाव से बचना होगा।”
संघर्षों की गाथा: प्रदर्शनी का आयोजन
इस अवसर पर भारत के विभिन्न राज्यों के जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें उनके संघर्षों की गाथा लिखी गई थी।
आदिवासी कौशल विकास की दिशा में कदम
कार्यक्रम में छात्रावास के विद्यार्थियों ने कम्प्यूटर, जिम और आदिवासी कौशल विकास प्रशिक्षण शाला की मांग रखी, जिसे श्री कश्यप ने शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही जनजातीय समुदाय के प्रतिभाशाली बच्चों को पुष्पगुच्छ एवं शील्ड देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर डॉ. सी.एस. उईक, श्री ब्रजेन्द्र शुक्ला, श्री वेद सिंह मरकाम, श्री सुभाष सिंह परते, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग श्री सीएल जायसवाल, वार्ड पार्षद श्री विजय यादव, पूर्व महापौर श्री किशोर राय सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं और उनके पालक उपस्थित थे।
समाज में आदिवासी संस्कृति और इतिहास को सहेजने की आवश्यकता
यह कार्यक्रम न केवल शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान को सम्मानित करने का अवसर था, बल्कि यह आदिवासी समाज के योगदान को सम्मान देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास भी था।
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