होली 2025: जानिए क्यों मनाई जाती है होली, शुभ मुहूर्त और खास बातें
होलिका की आग में जलती बुराइयाँ, और रंगों की बौछार में खिलती खुशियाँ – यही तो है होली का असली जादू! 🎨🔥 इस बार होली सिर्फ रंगों से नहीं, प्रेम, उल्लास और नई उम्मीदों से भी खेलें!
महाशिवरात्रि पर राजिम कुंभ का भव्य समापन, मुख्यमंत्री बोले – कुंभ अपने गौरवशाली रूप में लौटा!
महाशिवरात्रि पर राजिम के त्रिवेणी संगम में आस्था का महासंगम! कुंभ कल्प मेले के भव्य समापन पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बोले – ‘यह कुंभ अपने गौरवशाली रूप में लौट आया है!’ संतों और श्रद्धालुओं की अपार भीड़ के बीच ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना राजिम।
महाशिवरात्रि पर शिव मंदिर में श्रद्धालुओं पर मधुमक्खियों का हमला, 10 घायल, एक ICU में भर्ती
महाशिवरात्रि के पावन दिन पर धमतरी के शिव मंदिर में अचानक मधुमक्खियों का हमला! श्रद्धालु पूजा में लीन थे, तभी भगदड़ मच गई। 10 लोग घायल, एक की हालत गंभीर। जानिए पूरी घटना!
महाकुंभ 2025: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने त्रिवेणी संगम में किया पुण्य स्नान, प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना
महाकुंभ 2025 में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति की गौरवशाली विरासत और सनातन परंपराओं की जीवंतता का प्रतीक बताया। महाकुंभ को आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बताते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को स्थापित करने का संकल्प लिया।
छत्तीसगढ़ी व्यंजन मेला संग हाट का हुआ शानदार आयोजन, महिलाओं ने दिखाई शक्ति
छत्तीसगढ़ की संस्कृति और स्वाद का संगम! 🍽️✨ अखण्ड ब्राह्मण समाज सेवा समिति द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ी व्यंजन मेला अपने नौवें वर्ष में और भी भव्य हो गया। फरा, चौसेला, ठेठरी, खुरमी जैसे स्वादिष्ट पारंपरिक व्यंजनों की महक से सराबोर इस मेले में 55 से अधिक स्टॉल लगे। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या विष्णु देव साय ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया, जबकि समापन सत्र में नगर विधायक अमर अग्रवाल ने आयोजन की सराहना की। जानिए इस सांस्कृतिक उत्सव की पूरी झलक!
बसंत पंचमी पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहुंचे मां शारदा धाम, की पूजा-अर्चना
बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मां शारदा धाम में की पूजा-अर्चना, श्रद्धालुओं को दी मंगलकामनाएं! शिक्षा और आध्यात्म का संगम बना यह पावन धाम, जहां गिरमा नदी के पवित्र जल के साथ बह रही है छत्तीसगढ़ और झारखंड की समृद्ध संस्कृति। अखंड श्रीहरि कीर्तन और राम नाम जाप से गूंज उठा संपूर्ण क्षेत्र! 🌿✨
महाकुंभ मेला 2025: मौनी अमावस्या पर भगदड़, 30 महिलाएं घायल, अमृत स्नान रद्द
महाकुंभ मेला 2025 में मौनी अमावस्या पर संगम तट पर भगदड़, 30 महिलाएं घायल! अमृत स्नान स्थगित, प्रधानमंत्री मोदी की कड़ी नजर, सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा अपडेट। पढ़ें पूरी खबर… 🚨📢
रिश्तो को मधुर बनाने के लिए खुशी के वाइब्रेशन देना है – बीके कमल भाई
बिलासपुर। इस दुनिया में हम कहीं भी हो चाहे ऑफिस, चाहे घर। हर जगह अलग-अलग चैलेंज, अलग-अलग सिचुएशंस होती है तो जीवन के लिए शुक्रिया करना है। परिवार के लिए शुक्रिया कर सकते हैं। लेकिन परिवार के लिए शुक्रिया तब कर सकेंगे जब हम उनकी विशेषताएं देखेंगे। क्योंकि जब लोगों की कमियां देखते…
आठ दिन की गुप्त नवरात्र साधना के लिए होगी फलदायी
माघ मास के गुप्त नवरात्र इस बार 30 जनवरी से 6 फरवरी तक विशेष शुभ योगों में आयोजित हो रहे हैं। महाकुंभ प्रयाग के पवित्र समय में शुरू हो रहे इन नवरात्रों में मां दुर्गा और 10 महाविद्याओं की साधना से मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। वसंत पंचमी और नर्मदा जयंती जैसे पर्व भी इस दौरान मनाए जाएंगे। तंत्र साधना और मंत्र जाप से सुख-शांति, संतान सुख, और आर्थिक समस्याओं का समाधान पाने का यह उत्तम अवसर है।
MahaKumbh 2025: छत्तीसगढ़ से अजय निषाद की 600 किलोमीटर की स्केटिंग यात्रा, महाकुंभ मेला में श्रद्धा और साहस की अद्भुत मिसाल
अजय ने अपनी यात्रा के दौरान न केवल अपने शौक को पूरे किया, बल्कि अपने हौसले और समर्पण से यह साबित किया कि उत्साह और श्रद्धा के बीच कोई दूरी नहीं होती। स्केटिंग के प्रति उनकी दीवानगी और महाकुंभ के प्रति श्रद्धा ने उन्हें इस अद्भुत यात्रा पर भेजा, जो न सिर्फ एक शारीरिछत्तीसगढ़ के छोटे से गांव सकरेली से अजय निषाद ने महाकुंभ मेला तक अपनी अद्भुत यात्रा शुरू की है। 600 किलोमीटर की स्केटिंग यात्रा के दौरान अजय का उद्देश्य केवल अपनी स्केटिंग की दीवानगी को नहीं, बल्कि आध्यात्मिक साधना को भी पूरी श्रद्धा से अर्पित करना था। इस साहसिक और आध्यात्मिक यात्रा में अजय ने न सिर्फ स्केटिंग के अपने जुनून को चुनौती दी, बल्कि एक महान धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा दी। अजय की यह यात्रा न केवल उनकी मेहनत और समर्पण की मिसाल है, बल्कि यह लाखों श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।क चुनौती थी, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव भी था।