सड़क पर बर्थडे मनाने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई, शासन ने जारी किया सर्कुलर

हाईकोर्ट में मुख्य सचिव का शपथ पत्र प्रस्तुत, यातायात बाधित करने वालों पर कड़े कदम उठाने के निर्देश बिलासपुर, 25 मार्च 2025 – छत्तीसगढ़ में सड़क पर बर्थडे सेलिब्रेशन और अन्य निजी आयोजनों से होने वाली यातायात बाधा पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में राज्य शासन द्वारा एक सर्कुलर जारी…

ममता कुमारी: महिलाओं के मुद्दों का संवेदनशीलता से करें निराकरण

बिलासपुर, 24 मार्च 2025:राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य श्रीमती ममता कुमारी ने आज ‘आयोग आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत महिलाओं से प्राप्त शिकायतों की जन सुनवाई की। इस दौरान कुल 48 मामलों की सुनवाई की गई, जिनमें से 35 मामलों का त्वरित निराकरण किया गया। शेष मामलों के समाधान के लिए पुलिस अधिकारियों…

छापेमारी में 131 लीटर महुआ शराब और 6960 किलोग्राम महुआ लाहन जब्त, 4 गिरफ्तार

बिलासपुर। आबकारी विभाग ने तखतपुर एवं कोटा क्षेत्र में रविवार को अवैध शराब निर्माण की सूचना पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 131 लीटर महुआ शराब और 6960 किलोग्राम महुआ लाहन जब्त किया। इस दौरान विभाग ने कुल छह स्थानों पर छापेमारी कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। कार्रवाई का विवरण ग्राम धूमा चौकी…

गांवों की निस्तारी भूमि कैसे बनी निजी संपत्ति? होगी जांच

चारों एसडीएम को विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश बिलासपुर, 17 मार्च 2025 – गांवों में निस्तार के लिए आरक्षित भूमि के निजी स्वामित्व में तब्दील होने के मामले में प्रशासन ने जांच के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर अवनीश शरण ने प्राप्त शिकायतों के आधार पर इसे टीएल पंजी में दर्ज कर चारों एसडीएम…

पिरदा गांव में 20 दिन से लापता युवक का कंकाल मिला, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, 4 आरोपी गिरफ्तार

पिरदा गांव में सनसनी! 20 दिनों से लापता मनोज साहू का कंकाल खेत में जली हुई हालत में मिला। परिजन इसे हत्या मान रहे हैं, जबकि पुलिस करंट से मौत का दावा कर रही है। चार आरोपी गिरफ्तार, लेकिन जांच पर उठ रहे सवाल। क्या यह हादसा है या साजिश? पढ़ें पूरी खबर!

बिलासपुर में सुस्त मतदान: आधे शहर ने ही चुनी अपनी सरकार!

बिलासपुर नगर निगम चुनाव में इस बार भी मतदान उत्साहजनक नहीं रहा। सिर्फ 51.37% वोटिंग के साथ आधे शहर ने ही अपनी सरकार चुनने में रुचि दिखाई। भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला जारी है, जबकि उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है। अब सबकी नजरें 15 फरवरी के नतीजों पर टिकी हैं!

कांग्रेस ने चहेतों को कौड़ियों के मोल बेची निगम की बेशकीमती संपत्ति – अमर अग्रवाल

बिलासपुर में पूर्व मंत्री और भाजपा नेता अमर अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार पर नगर निगम की बहुमूल्य जमीनें अपने करीबी लोगों को बांटने और टेंडर प्रक्रिया में घोटाले के गंभीर आरोप लगाए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने 77 लाख रुपये के एफडीआर घोटाले और स्मार्ट सिटी परियोजना में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कांग्रेस शासन में विकास ठप हो गया था।

अग्रवाल ने दावा किया कि झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले गरीब मजदूरों को 65,000 रुपये का पानी बिल थमाया गया, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और बदतर हो गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नगर निगम की स्थिति इतनी खराब हो गई कि हाईकोर्ट को प्रशासनिक हस्तक्षेप करना पड़ा।

इस दौरान भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे, जिन्होंने कांग्रेस सरकार पर दिशाहीन नीतियों और जनता को धोखा देने के आरोप लगाए।

सुप्रीम कोर्ट ने दुख जताया- पिता का शव दफनाने व्यक्ति को शीर्ष अदालत आना पड़ा

पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक का सफर!
एक व्यक्ति को अपने पिता का शव दफनाने की अनुमति लेने के लिए शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट ने इस घटना पर गहरी चिंता और दुख जताते हुए इसे एक “मानवीय त्रासदी” करार दिया। जानें, इस मामले की पूरी कहानी और अदालत की अहम टिप्पणियां।

छत्तीसगढ़ में निगम और पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान, आदर्श आचार संहिता लागू

छत्तीसगढ़ में नगर निगम और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। नगरीय निकाय चुनाव 11 फरवरी को ईवीएम के जरिए, जबकि पंचायत चुनाव 17, 20 और 23 फरवरी को बैलेट पेपर से होंगे। नामांकन प्रक्रिया जल्द शुरू होगी, और आचार संहिता आज से प्रभावी हो गई है। जानें मतदान, नामांकन और मतगणना से जुड़ी हर अहम जानकारी।

गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में बाघिन की वापसी

छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में एक बार फिर बाघिन की वापसी ने वन्यजीवों के अनुकूल वातावरण को प्रदर्शित किया है। पिछले एक महीने से जिले में विचरण कर रही बाघिन अब अमरकंटक के जलेश्वर मंदिर के पास पहुंच गई है, जहां उसने हाल ही में एक भैंस का शिकार किया। वन विभाग ने इसकी पुष्टि की है और साथ ही बताया कि बाघिन का यह विचरण पर्यावरणीय संतुलन का संकेत है। स्थानीय लोग और पर्यटक इस बाघिन के दर्शन के लिए उत्सुक हैं, वहीं वन विभाग ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निगरानी बनाए रखी है। गौरेला पेंड्रा मरवाही का घना जंगल अब वन्य प्राणियों के लिए एक अनुकूल स्थान बन चुका है, जहां हिरणों, भालुओं और बाघों की मौजूदगी देखी जा रही है।